उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिक्षक भर्ती में धांधली के आरोपों को लेकर विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठियां बरसाई। शनिवार को मुख्यमंत्री आवास की ओर कैंडल मार्च निकालते समय पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया। अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि भर्तियां क्यों नहीं हो रही हैं।

उत्तरप्रदेश से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लखनऊ में अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर कर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज। अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता?? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं??

वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि रोज़गार मांगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियां दीं, जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना! इसके अलावा आप सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट कर कहा कि आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोज़गार नौजवानों को पिटवा लीजिये लेकिन दो बात याद रखियेगा। इन्ही नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुंचाया। बेरोज़गारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आख़िरी कील साबित होगी।

उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर भी योगी सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लंबित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निंदनीय। सरकार इनकी जायज मांगों पर तुरंत सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह मांग।

गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थी लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की मांग है कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में 22000 खाली सीटों को भी जोड़ा जाए। प्रदर्शनकारी पिछले दिनों बेसिक शिक्षा मंत्री से भी मिलने पहुंचे थे लेकिन उनकी मुलाक़ात नहीं हो सकी। जिसके बाद उन्होंने शनिवार को कैंडल मार्च निकाला और मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़ने लगे। इसी दौरान बीच रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठियां चलाई। जिसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए।