बेंगलुरु से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या के एक बयान पर विवाद इतना बढ़ गया कि उनको अपना बयान वापस लेना पड़ा है। उडुपी के श्रीकृष्ण मठ में तेजस्वी सूर्या द्वारा दिए गए भाषण का वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। अपने भाषण में बीजेपी सांसद ने दूसरे धर्म को अपना चुके हिंदुओं की ‘घर वापसी’ की बात कही थी।
भाषण के बाद विवाद बढ़ने पर तेजस्वी सूर्या ने अपना बयान वापस लेते हुए ट्वीट किया, ”दो दिन पहले उडुपी श्रीकृष्ण मठ में मैंने ‘भारत में हिंदू पुनरुद्धार’ विषय पर बात की थी। मेरे उस भाषण के कुछ अंशों ने खेदजनक रूप से विवाद पैदा कर दिया है, इसलिए मैं बिना शर्त अपना बयान वापस लेता हूं।”
तेजस्वी सूर्या ने कहा था कि धार्मिक मठों को दूसरे धर्मों में गए हिंदुओं की वापसी के लिए पहल करना चाहिए और इसके लिए ‘सालाना टारगेट’ निर्धारित करना चाहिए, जिन्हें उन्हें हिंदू धर्म में वापस लाना है। उन्होंने इसके लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जाने की बात की थी। भाजपा सांसद के इस बयान पर विवाद बढ़ने लगा था। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही थीं।
अपने भाषण में सूर्या ने आगे कहा था कि इतिहास में जो लोग विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक, आर्थिक कारणों से हिंदू धर्म से बाहर चले गए हैं, उन्हें पूरी तरह से उनके मातृ धर्म हिंदू धर्म में वापस लाया जाना चाहिए। तेजस्वी सूर्या ने पाकिस्तान के मुसलमानों को हिंदू धर्म में धर्मांतरण की बात कही थी और कहा था कि अखंड भारत के विचार में पाकिस्तान शामिल है। साथ ही उन्होंने कहा था कि यह केवल मुसलमानों या ईसाइयों को पुन: परिवर्तित करने जैसा नहीं है।
हिंदुओं की ‘घर वापसी’ को प्राथमिकता देते हुए भाजपा सांसद ने कहा था कि मठों और मंदिरों को इस संबंध में नेतृत्व करना चाहिए। बेंगलुरु के भाजपा सांसद ने कहा था कि सदियों से विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा शासित होने के बाद भारत ‘विश्वगुरु’ के रूप में फिर से उभर रहा है।