एक तरफ जहाँ देशभर में किसान आंदोलन चल रहा है तो वहीँ दूसरी तरफ भारत चीन सीमा पर तनाव बरकरार है। दोनों देशों के बीच जारी सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कोर कमांडर स्तर की कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। इसी बीच भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी को चीन और लद्दाख पर भी बात करना चाहिए और किसान आंदोलन पर जरुरत से ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए।
भारत और चीन की सेना गलवान घाटी सहित तीन अलग अलग जगहों पर आमने सामने है। इसी को लेकर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा है कि प्रधानमंत्री को लद्दाख की मौजूदा स्थिति पर संसद में एक बयान देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत नहीं है।
आपको बता दूँ कि शुक्रवार को भाजपा सांसद ने किसान आंदोलन को खत्म करने के सुझाव को लेकर एक पत्र लिखा था। पत्र में भाजपा सांसद स्वामी ने मुख्य तौर पर तीन सुझाव दिए थे। सुब्रमण्यम स्वामी का पहला सुझाव यह था कि इन क़ानूनों को देशभर में लागू नहीं किया जाना चाहिए। जिस राज्य के किसान इन क़ानूनों को अपने यहाँ लागू करवाना चाहते हैं वे राज्य केंद्र को इस बारे में पत्र लिख सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि जो भी इस कानून को लागू करना चाहते हैं उन्हें इसके फायदे से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि पंजाब ही इस कानून को लागू नहीं करना चाहता है चाहे उसकी वजह जो भी हो।
इसके अलावा स्वामी ने अपने पत्र में लिखा है कि आंदोलनकारी किसानों की एमएसपी वाली मांग को भी मानना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा है कि अनाज की ख़रीददारी को कृषि संबंधित व्यापार तक सीमित कर देना चाहिए और दूसरे व्यवसायिक हित को रोक देना चाहिए। अपने इस पत्र को लेकर स्वामी ने कहा है कि उनके बताए गए तीन नियमों से 72 दिनों से चल रहा किसान आंदोलन ख़त्म हो जाएगा।
