कर्ज में डूबी भारत सरकार के स्वामित्व वाली एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया को निजी कंपनियों के हाथों बेचने की तैयारी चल रही है। इस नीलामी प्रक्रिया में टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट को मजबूत दावेदार माना जा रहा है। एयर इंडिया को बेचने की ख़बरों पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है और कहा है कि एयर इंडिया मोदी सरकार की जागीर नहीं है जो दिवालियापन दूर करने के लिए बेच दिया जाए।
दरअसल ट्विटर पर tony_karyakarta नाम के एक ट्विटर हैंडल ने भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को टैग करते हुए लिखा कि भारत सरकार एयर इंडिया को बेचने पर विचार कर रही है और इसके लिए स्पाइसजेट के प्रमोटर अजय सिंह 1 अरब डॉलर की पूंजी जुटाने में भी लग गए हैं। इस ट्वीट पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी प्रतिक्रिया दी।
Air India is not Modi government’s family silver to sell out to stave off Government’s bankruptcy.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 17, 2021
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि एयर इंडिया मोदी सरकार की जागीर नहीं है जो सरकार के दिवालियेपन को दूर करने के बेच दिया जाए।
गौरतलब है कि सरकार ने एयर इंडिया की वित्तीय नीलामी के लिए अगस्त के तीसरे सप्ताह की समय सीमा तय की है। एयर इंडिया पर 37,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्ज से उबरने के लिए सरकार ने एयर इंडिया में विनिवेश का फैसला किया है। साथ ही एयर इंडिया की कुछ प्रॉपर्टी की नीलामी की तैयारी भी चल रही है। केंद्र सरकार एयर इंडिया के विदेश में मौजूद कई प्रॉपर्टी को भी बेचना चाहती है।
एयर इंडिया के अधिग्रहण के सबसे मजबूत दावेदारों में स्पाइस जेट और टाटा ग्रुप का नाम शामिल है। एयर इंडिया के लिए स्पाइस जेट के प्रमोटर अजय सिंह 1 अरब डॉलर की पूंजी जुटाने में लग गए हैं। सूत्रों के अनुसार स्पाइस जेट के प्रमोटर अजय सिंह एयर इंडिया में मौजूद सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं। अजय सिंह के आ जाने की वजह से टाटा ग्रुप की राह थोड़ी मुश्किल हो गई है। हालांकि पहले एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा ग्रुप के पास ही था लेकिन बाद में 1953 में यह सरकार को बेच दिया गया था।