चीन और पाकिस्तान को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मुखर रहने वाले भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पिछले साल जून में लद्दाख में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हुए झड़प को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पीएम मोदी ने भी मान लिया और कह दिया कि कोई आया नहीं, कोई गया नहीं। लेकिन मैं तो रोज बोल रहा हूं कि चीन को ठीक करो।

समाचार वेबसाइट ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन के साथ सीमा विवाद के मसले पर कांग्रेस पार्टी के स्टैंड का विरोध करते हुए कहा कि उन्होंने आजतक इसके लिए चीन की भर्त्सना नहीं की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि वो बात दूसरी है कि मोदी ने भी कहा की कोई आया नहीं, कोई गया नहीं। परंतु बीजेपी तो आवाज उठा रही है..मैं तो रोज बोल रहा हूं कि चीन को ठीक करो।

आगे भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन को कब्ज़ा करके गलती की है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि चीन को लेकर भारत सरकार के रवैये से वो पूरी तरह से असंतुष्ट हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस समय हमें यह पता लगा कि चीन के सैनिक हमारी सीमा के अंदर आए, उसी समय हमें भगा देना चाहिए था। हमने गलवान और कैलाश रेंज में यह करके दिखाया लेकिन हम वापस से बातचीत की ओर चले गए। ये बातचीत का शौक क्यों है, हमें समझ नहीं आती है।

बीजेपी सांसद ने यह भी कहा कि वो हमारी जमीन में बैठे हैं। अगर हमारी छाती पर कोई बैठा है तो क्या हम उनके साथ वार्तालाप करेंगे। उनको हम पहले भगाएंगे। हम तो भगा सकते थे लेकिन अब तो चीन ने एयरपोर्ट वगैरह सब बना लिए हैं। साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि हमें चीन के साथ युद्ध करना चाहिए और दुनिया को बताना चाहिए कि 1962 अब कभी नहीं होगा। सुब्रमण्यम स्वामी के ऐसा कहने का आशय चीन और भारत के बीच हुए युद्ध से था जो साल 1962 में हुआ था।

पिछले दिनों भी भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन के प्रति भारत सरकार के रवैये को लेकर हमला बोला था। भाजपा सांसद ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि चीनी सेना अक्साई चीन के इलाके में सैन्य हवाई अड्डा बना रही है और मोदी सरकार कुंभकर्ण मोड में बनी हुई है। साथ ही उन्होंने कहा था कि एयरफोर्स में भी चीनी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण का इस्तेमाल हो रहा है और भारत ने चीन के सामने अपने हवाई लाभ को खो दिया है जिससे कि चीन से आगे निकलने के सपने पर पानी फिर गया है।