वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा से पास हो चुका है। आज राज्यसभा की बारी है। मोदी सरकार ने विधेयक को राज्यसभा पेश कर दिया है और रात में इस पर वोटिंग हो सकती है। इस बीच राज्यसभा में विधेयक पर चर्चा हो रही है। चर्चा के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल को भी बोलने का मौका मिला और उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने बिल का विरोध करते हुए सरकार पर आरोप लगाए। इसके बाद राधा मोहन दास अग्रवाल ने पलटवार किया। राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि तू इधर-उधर की ना बात कर, यह बता कारवां कहां लुटा। उन्होंने कहा कि मैं बताता हूं कारवां कहां लुटा।
राधा मोहन अग्रवाल ने क्या कहा?
राधा मोहन अग्रवाल ने पुराने अधिनियम का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी ट्रिब्यूनल अगर फैसला दे तो उसके खिलाफ कोई अपील नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि कोई व्यक्ति अपार्टमेंट में जाकर के चार दोस्तों के साथ नमाज पढ़ ले तो वह पांचवें दिन वक्फ बाय यूजर का दावा कर सकता है और ऐसी घटनाएं हुई है।
राधा मोहन दास अग्रवाल ने आगे कहा कि ऐसे ही अगर आपके बगल कोई जमीन खाली है और वहां पर कुछ मुस्लिम जाकर नमाज पढ़ लें, कुछ दिन वह नमाज पढ़ेंगे उसके बाद वह लिख करके दे देंगे कि हम लोग वक्फ बाय यूजर हैं और यह जमीन अब नमाज के काम के लिए आएगी।
तमिलनाडु की क्या है कहानी?
बीजेपी सांसद अग्रवाल ने कहा कि तमिलनाडु की एक कहानी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सुनाई जो सच है। उन्होंने कहा कि रामचंद्रन नाम का एक व्यक्ति अपनी बेटी की शादी के लिए जमीन बेचना चाहता था और वह रजिस्ट्रार ऑफिस में गया। इसके बाद पता चला कि उसकी जमीन वक्फ को दान कर दी गई है। यानी उस जमीन का मालिकाना हक उसके पास नहीं है। राधा मोहन दास अग्रवाल ने आगे कहा कि 15 साल पुराना मंदिर भी वक्फ को दे दिया गया। यही इनका वक्फ होता है।
राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि जब नासिर हुसैन कर्नाटक से राज्यसभा के सांसद चुने गए तब मैं कर्नाटक में था। कर्नाटक विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो उन्हें पकड़कर जेल भेज दिया गया। जैसे ही राधा मोहन दास अग्रवाल ने यह बात कही तुरंत कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन खड़े हो गए।