भाजपा के वरिष्ठ नेता और मोदी सरकार में केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की कार्यशैली की तारीफ विपक्षी दल के नेता भी करता है। 27 मई को उनके जन्मदिन पर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राजनीतिक गलियारे के तमाम दिग्गजों ने शुभकामनाएं व बधाई संदेश दिए। बता दें कि गडकरी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी राजमार्ग मंत्री रहे थे।
अपनी स्वाभाविक उर्जा से काम करने वाले नितिन गडकरी हमेशा अपने काम को जुनून से करते हैं। उन्हें हर काम को समय सीमा के अंदर खत्म करने के लिए जाना जाता है। उनके बारे में कहा जाता है कि गडकरी मतलब ‘नो नॉनसेन्स’। वाहनों को ‘फास्ट टैग’, पर्यायी इंधन के लिए बिजली, ई-वाहन, इथेनॉल, समुद्री परिवहन से लेकर देश को आधुनिक परिवहन तकनीक से जोड़ने को लेकर गडकरी ने काफी काम किया।
वित्त मंत्री से की थी गवर्नर को हटाने की बात: मोदी सरकार के टास्क मास्टर कहे जाने वाले नितिन गडकरी ने साल 2019 में नागपुर के एक कार्यक्रम में बताया था कि उन्होंंने एक बार वित्त मंत्री से आरबीआई गवर्नर को हटाने के लिए कहा था। गडकरी ने वित्त मंत्री से कहा था कि गवर्नर अच्छे नहीं हैं। उनके सख्त नियामकों के चलते देश की व्यापार उन्नति रुक गई है।
उस किस्से को लेकर गडकरी ने बताया था, ‘मैंने गवर्नर को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह अपने तौर तरीकों पर अड़े रहे। बाद में मैंने वित्त मंत्री ने मुझे बताया कि उन्होंने (गवर्नर ने) इस्तीफा देने की धमकी दी है लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।’ जिसपर गडकरी ने कहा कि अगर इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बाहर कर दीजिए। वो किसी काम के नहीं है।
जनता को सपने दिखाने वाले नेताओं पर कभी कही थी ये बात: सपने दिखाने वाले नेताओं को लेकर गडकरी कह चुके हैं कि मैं उन नेताओं में से नहीं हूं कि सपने दिखाऊं और उसे पूरा ना करूं। 2019 में नितिन गडकरी ने कहा था कि मैं सपने दिखाने वाले नेताओं में से नहीं हूं। मैं जो भी कहता हूं उसे डंके की चोट पर पूरा करता हूं। उसे 100 प्रतिशत करता हूं।
गडकरी ने कहा, “लोगों को सपने दिखाने वाले नेता बहुत अच्छे लगते हैं, लेकिन अगर वो सपने पूरे न हो तो उन नेताओं की जनता पिटाई भी करती है। इसलिए लोगों को वही सपने दिखाओ, जो पूरे हो सकें। मैं सपने दिखाने वाले में से नहीं हूं।