Lok Sabha Chunav Result: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हो रही बीजेपी की मीटिंग समाप्त हो गई है। इस बैठक में अमित शाह और राजनाथ सिंह भी शामिल हुए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मीटिंग में नई सरकार बनाने, भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में जगह देने और शपथ ग्रहण की तैयारियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान मोदी मंत्रिमंडल में लगभग सभी मंत्रियों के रिपीट होने की संभावना है।
जिन मंत्रियों का विवादों से नाता रहा है उनका बीजेपी टिकट काट सकती है। चुनाव हारीं स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को पार्टी एक और मौका देने के बारे में विचार कर रही है। स्मृति और राजीव को मंत्री बनने के बाद छह महीने के अंदर या तो किसी खाली सीट से लोकसभा चुनाव जीतना होगा या फिर उन्हें राज्यसभा भेजकर मंत्री पद दिया जा सकता है। स्मृति 2014 में भी अमेठी से हारने के बावजूद मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी थीं। उन्हें राज्यसभा के माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिया गया था। भाजपा ने चुनाव में 50 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट दिया था। इनमें 19 केंद्रीय मंत्री हार गए हैं।
अमेठी-तिरुवनंतपुरम से हारे स्मृति और राजीव चंद्रशेखर
अमेठी से स्मृति ईरानी के सामने कांग्रेस के टिकट पर किशोरी लाल (KL) शर्मा ने चुनाव लड़ा। किशोरी लाल को 539228 वोट मिले, जबकि स्मृति ईरानी को 372032 वोट हासिल हुए। किशोरी लाल शर्मा 167196 वोटों से चुनाव जीत गए। ईरानी ने 2019 में इसी सीट पर राहुल गांधी को करारी शिकस्त दी थी।
केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट (Thiruvananthapuram Lok Sabha Results) से कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता शशि थरूर ने चुनाव में जीत हासिल की। यहां पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को हरा दिया था। शशि थरूर 2009 से लगातार इस सीट से सांसद चुने जा रहे हैं। शशि थरूर को 3 लाख 58 हजार 155 वोट मिले, वहीं राजीव चंद्रशेखर को 3 लाख 42 हजार 078 वोट मिले। इस कांटे के मुकाबले में थरूर ने राजीव को 16,077 वोट से मात दी थी।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को नहीं मिला पूर्ण बहुमत
लोकसभा इलेक्शन में भारतीय जनता पार्टी इस बार अपने दम पर बहुमत लाने में कामयाब नहीं रही। हालांकि पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 292 सीटों पर जीत दर्ज की और बहुमत हासिल किया है। विपक्षी गठबंधन इंडिया ने 234 सीटें जीती हैं। बीजेपी ने अकेले 240 सीटों पर जीत हासिल की है। ऐसे में वो बहुमत के आंकड़े (272) से काफी पिछड़ गई। 2014 के लोकसभा इलेक्शन में भारतीय जनता पार्टी ने 282 सीटों का आंकड़ा छुआ था। वहीं, 2019 चुनाव में 303 सीटें जीतकर अकेले दम पर बहुमत हासिल किया था।