असम में विधानसभा चुनाव के बीच सत्तासीन भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है। कांग्रेस इस चुनाव में बदरुद्दीन अजमल की AIUDF के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। इस पर गुरुवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि देश को तोड़ने वाली ताकतों के समर्थन के लिए राहुल गांधी को चुल्लूभर पानी में डूब जाना चाहिए। हालांकि, इस पर कांग्रेस की ओर से आए आलोक शर्मा ने कहा कि चुल्लूभर पानी में पीएम को डूबना चाहिए, जो सिर्फ झूठ बोलते हैं।

क्या बोले थे राकेश सिन्हा?: भाजपा नेता ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि राहुल गांधी ने असम में जाकर कहा कि बदरुद्दीन अजमल असम की अस्मिता के प्रतीक हैं। शंकरदेव तो गायब हो गए। असम की अस्मिता जो शंकरदेव से जुड़ी है, राहुल को याद नहीं है, लेकिन बदरुद्दीन जिसके एनजीओ पर अभी केस हुआ है, एक संस्था ने केस किया है और आरटीआई में सारी बातें मिली हैं और उन पर अभी केस चल रहा है।

सिन्हा ने बताया कि बदरुद्दीन अजमल के एनजीओ के पास अवैध तरीके से लाखों डॉलर पैसा बाहर से आया है, जिसका कोई हिसाब नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “जो अरब पेट्रो डॉलर लाकर असम की संस्कृति और अस्मिता को बदल दे रहे हैं, वे राहुल गांधी के लिए असम की अस्मिता का प्रतीक हैं। चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए राहुल गांधी और उस परिवार को जो शंकरदेव को छोड़कर बदरुद्दीन अजमल को असम की अस्मिता बता रहे हैं।”

कांग्रेस प्रवक्ता का पलटवार: इस पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा भड़क गए। उन्होंने कहा, “चुल्लू में डूबना चाहिए भाजपा के तमाम प्रवक्ताओं को, चुल्लू में डूबना चाहिए देश के झूठे प्रधानमंत्री को, जो तमाम तरह की लफ्फाजी करते हैं। पानी न हो तो मैं भिजवा दूंगा।”

उन्होंने कहा, “आप राकेश सिन्हा हैं, पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। आप इस तरह की शब्दावली का इस्तेमाल करते हैं, दुर्भाग्य है। शक होता है कि आपकी डिग्री भी मोदीजी की तरह एंटायर पॉलिटिकल साइंस में है। सही शब्दावली का इस्तेमाल कीजिए। देश के प्रधानमंत्री को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए, जो विदेश में झूठे बयान देते हैं। पूरे देश को कहां से कहां पहुंचा दिया आपने और फिर भी शर्म नहीं आती। पुलवाला की जांच कराइए और राफेल की जांच कराइए, पता चल जाएगा कौन-कौन दोषी है।”