UP Politics: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी में सियासी उठापटक जारी है। इस बीच, राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के मुखियाअखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने अखिलेश को एसपी का बहादुर कहा और कहा कि देश और प्रदेश दोनों जगह बीजेपी का मजबूत संगठन और सरकार है।

केशव प्रसाद मौर्या इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने सपा के पीडीए फार्मूले को भी टारगेट किया और इसे धोखा बताया। इस बीच, मौर्य ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में 2017 के नतीजों को दोहराएगी। यूपी में समाजवादी पार्टी की गुंडागर्दी की वापसी असंभव है।

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उनके और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच मतभेद की खबरें आ रही थीं । 15 जुलाई को बीजेपी की एक दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति में उनके द्वारा दिए गए बयान के बाद से ही यह चर्चा शुरू हो गई थी। यहां पर उन्होंने कहा था कि वह खुद को पहले बीजेपी कार्यकर्ता मानते हैं, फिर उसके बाद में उपमुख्यमंत्री। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संगठन पहले है और रहेगा। मौर्य ने एक्स पर लिखा कि आज दी गई सजा कल पुरस्कार में बदल सकती है। कार्यकर्ता मेरा गौरव और मेरा सम्मान है।

केशव प्रसाद मौर्य ने जेपी नड्डा से की मुलाकात

इसके अलावा बीते कुछ दिनों में आलाकमान और प्रदेश के नेतृत्व के बीच में कई मुलाकातें हो चुकी हैं। इससे पहले दिन में मौर्य ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। करीब एक घंटे तक चली इस मुलाकात में पार्टी और आगामी 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों की रणनीति पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने सरकार और संगठन के बीच तालमेल बनाने पर भी चर्चा की।

यूपी बीजेपी अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की

इस बीच, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात भी एक घंटे से ज्यादा टाइम तक चली। बैठक के दौरान चौधरी ने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा संगठन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। वहीं, राज्य में सीएम योगी ने मंगलवार को लखनऊ में अपने मंत्रिमंडल के साथ बैठक की। सीएम ने सभी को आगामी उपचुनावों की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं और सभी मंत्रियों को हफ्ते में दो रातें अपने-अपने क्षेत्रों में बिताने का निर्देश दिया है। उन्होंने ईमानदार और जीतने लायक उम्मीदवारों को चुनने पर भी जोर दिया और कहा कि सिफारिशों के जरिये टिकट हासिल करने वाले उम्मीदवारों को तरजीह नहीं दी जानी चाहिए।