ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है, जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा की आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय किसी मुद्दे पर एक राय हो, लेकिन वीर सावरकर और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जुड़े एक मसले पर ये दोनों लोग एकराय दिखाई दे रहे हैं। दरअसल अमित मालवीय ने गुरुवार को एक ट्वीट किया, जिसमें अमित मालवीय ने एक इमेज शेयर की, जिसमें इंदिरा गांधी और वीर सावरकर की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। इस इमेज में इंदिरा गांधी के वीर सावरकर के बारे में दिया गया बयान दिखाई दे रहा है। जिसमें इंदिरा गांधी ने कहा था कि “सावरकर द्वारा ब्रिटिश सरकार की आज्ञा का उल्लंघन करने की हिम्मत करना हमारी आजादी की लड़ाई में अपना अलग ही स्थान रखता है।”
इसके साथ ही अमित मालवीय द्वारा शेयर की गई इमेज में लिखा है कि “किस तरह से इंदिरा गांधी ने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के योगदान को पहचाना था। उन्होंने साल 1970 में वीर सावरकर के सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया था। इसके साथ पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सावरकर ट्रस्ट में अपने निजी खाते से 11,000 रुपए दान किए थे। इतना ही नहीं इंदिरा गांधी ने साल 1983 में फिल्म डिवीजन को आदेश दिया था कि वह ‘महान क्रांतिकारी’ के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाएं।”
इस इमेज के साथ कैप्शन में अमित मालवीय ने लिखा है कि “कांग्रेस महात्मा गांधी के संस्कारों को बहुत पहले भूल चुकी है, लेकिन इंदिरा गांधी का क्या? उनकी अपनी नेता, जिन्होंने वीर सावरकर को महान क्रांतिकारी बताया था। क्या कांग्रेस यह सब इसलिए कर रही है क्योंकि यह उनके मौजूदा नेतृत्व की संकीर्ण राजनीति से मेल नहीं खाता है?”
Congress has long abandoned the values of M K Gandhi but what about Indira Gandhi, one of their own, who too hailed Veer Savarkar as a great revolutionary? Has the Congress given up on her too just because it doesn’t suit the narrow bigoted politics of their current leadership? pic.twitter.com/itMRajne1v
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 17, 2019
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने भी अपने एक बयान में अमित मालवीय द्वारा कही बात का समर्थन किया है। बता दें कि मुंबई में आयोजित हुए एक कार्यक्रम के दौरान मनमोहन सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वीर सावरकर के लिए डाक टिकट जारी किया था। हम सावरकर जी के खिलाफ नहीं हैं। हालांकि मनमोहन सिंह ने ये भी जोड़ा कि हम हिंदुत्व की उस विचारधारा का समर्थन नहीं करते हैं, जिसके पक्षधर वीर सावरकर थे।
इसके अलावा मनमोहन सिंह ने एनआरसी और बैंकिंग सेक्टर के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। बता दें कि महाराष्ट्र भाजपा ने बीते दिनों अपने चुनावी घोषणा पत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की बात कही है। जिस पर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है और दोनों ही पार्टियों की तरफ से लगातार बयानबाजी की जा रही है।