कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज धर्मांतरण के मुद्दे पर भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ के विवादित बयान को लेकर सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोला। सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा की विचारधारा महात्मा गांधी के ‘‘अहिंसा, सत्य एवं सद्भाव के सिद्धांतों के उलट’’ है।
सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘हिंदू साधू-संतों को महंत आदित्यनाथ का संदेश। ‘माला के साथ भाला’ और ‘शास्त्र के साथ शस्त्र’ । वह भाजपा के सांसद हैं। भाजपा और आरएसएस गांधीवाद की बातें करते हैं।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘दोहरी बयानबाजी। वे हेडगेवार, सावरकर, गोलवलकर और उनकी विचारधारा को क्यों नहीं अपनाते जो गांधी की सत्य, अहिंसा एवं सद्भाव की विचारधारा के विपरीत है।’’
कांग्रेस महासचिव ने यह टिप्प्णी ऐसे समय में की है जब एक दिन पहले ही भाजपा सांसद ने वैशाली में आरएसएस से जुड़े धर्म जागरण मंच द्वारा आयोजित ‘संत समागम’ को संबोधित करते हुए आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों के ‘घर वापसी अभियान’ की पुरजोर वकालत की और सरकार से कहा कि वह ‘‘जबरन हिंदू बनाए गए’’ लोगों को फिर से हिंदू बनाने के काम को न रोके।
आदित्यनाथ ने कहा था, ‘‘यदि कोई अपनी मर्जी से कर रहा है तो ‘घर वापसी’ में कुछ भी गलत नहीं है। क्या यह सच नहीं है कि लालच एवं दबाव के कारण आजादी से पहले और उसके बाद भी बड़े पैमाने पर हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ?’’