बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले 10,000 से अधिक ‘नमो योद्धाओं’ को तैनात करेगी। इन योद्धाओं का काम केंद्रीय कल्याण योजना के लाभार्थियों से प्रशंसापत्र एकत्र करने से लेकर आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन पर हमला करने वाले लेख लिखना होगा। बीजेपी राजधानी में लोकसभा चुनावों के लिए अपने ऑनलाइन और ऑफलाइन अभियान के बीच अंतर को खत्म करेगी।
चुनाव को लेकर पार्टी ने कई तरह की बनाईं रणनीतियां
चुनाव को लेकर पार्टी ने कई तरह की रणनीतियां बनाई हैं। इनमें वालंटियर्स को तैनात करने से लेकर जनता के मुद्दों को उठाने तक का काम है। मतदान केंद्र स्तर तक सोशल मीडिया एनफ्लूएंसर्स और स्वयंसेवकों को शामिल करने जा रही पार्टी ने कहा कि कार्यक्रम के लिए चुने गए लोग पहले “प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने” का प्रयास करेंगे। फिर चुनावों से पहले सड़कों से डिजिटल क्षेत्र तक “पॉजीटिव और नेगेटिव दोनों तरह की प्रतिक्रिया” को देखेंगे।
शहर के कोने-कोने में जाएंगे ये नमो योद्धा
दिल्ली बीजेपी के सोशल मीडिया प्रमुख रोहित उपाध्याय ने कहा, “नमो वारियर्स शहर के प्रत्येक कोने में जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई उज्ज्वला योजना, पीएमएवाई आदि जैसी केंद्रीय कल्याणकारी योजनाओं के पॉजीटिव प्रभाव के प्रशंसापत्र इकट्ठा करेंगे, जिनका लाभ राजधानी के लोगों को मिला है, साथ ही दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की उपेक्षा के कारण उनके सामने आने वाली समस्याओं को उजागर करें।”
सूत्रों के मुताबिक, यह पहल मतदाता तक पहुंच के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों को उजागर करने के अलावा बीजेपी को शहर में आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को निशाना बनाने का पहला मौका भी प्रदान करेगी।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह न केवल दोनों पार्टियों के वोट शेयर के संभावित एकीकरण को “संयुक्त लूट” के बराबर करने के इर्द-गिर्द घूमेगा, जो उन्होंने शहर में शासन के दौरान किया था, बल्कि साथ ही AAP-कांग्रेस गठबंधन के नेताओं के विधानसभा क्षेत्रों के “हालात को भी उजागर” करेगा।