बीजेपी ने शनिवार को कांग्रेस पर भारत-विरोधी ताकतों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया। बीजेपी ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की उस टिप्पणी का हवाला दिया जिसमें उन्होंने पार्टी के वैश्विक प्रगतिशील गठबंधन (ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस) से संबंध होने की बात कही थी। बीजेपी ने शनिवार को आरोप लगाया कि सैम पित्रोदा ने यह खुलासा करते हुए अनजाने में कांग्रेस का असली चेहरा उजागर कर दिया है कि कांग्रेस एक भारत विरोधी वैश्विक गठबंधन का हिस्सा है।

राहुल पर हमलावर बीजेपी

बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी अक्सर विदेश जाकर संबंधित गठबंधन के कार्यक्रमों में इस उम्मीद के साथ भाग लेते हैं कि उनकी पार्टी इसके समर्थन से केंद्र में सत्ता में वापस आ जाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा द्वारा एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में की गई टिप्पणियों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि सैम पित्रोदा ने खुलासा किया कि पार्टी ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ (GPA) में एक आधिकारिक पद रखती है और राहुल गांधी इसके अध्यक्षीय मंडल का हिस्सा हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी के पारंपरिक पारिवारिक सलाहकार और उनकी सोच एवं मनोविज्ञान के सूत्रधार सैम पित्रोदा ने कल एक इंटरव्यू में अनजाने में कांग्रेस का असली चेहरा उजागर कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ का हिस्सा है और राहुल गांधी हाल ही में इसकी बैठक में भाग लेने के लिए जर्मनी गए थे। सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि जीपीए उन संगठनों के नेटवर्क से जुड़ा है, जो ‘भारत विरोधी विमर्श’ गढ़ने में लगे हुए हैं।

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कांग्रेस को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए- सुधांशु त्रिवेदी

सुधांशु त्रिवेदी ने मांग की कि कांग्रेस को ऐसे समूह में अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस नेता की जर्मनी यात्रा के दौरान बर्लिन स्थित हर्टी स्कूल की अध्यक्ष एवं प्रोफेसर कॉर्नेलिया वोल के साथ मुलाकात का जिक्र किया। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “राहुल गांधी ने भारत विरोधी ताकतों के समर्थन से सत्ता हासिल करने के दिवास्वप्न देखने शुरू कर दिए हैं, क्योंकि उन्हें कांग्रेस के साथ ऐसी सभी संभावनाएं समाप्त होती दिख रही हैं।”

सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि वोल, सेंट्रल यूरोपियन यूनिवर्सिटी के ट्रस्टी में से एक हैं। इस यूनिवर्सिटी को अमेरिकी अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन द्वारा फाइनेंस किया जाता है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “जनवरी 2020 में दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में, जॉर्ज सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए कहा था कि दुनिया में नागरिक समाज को पुनर्स्थापित करने और राष्ट्रवादी ताकतों को खत्म करने के लिए एक अरब डॉलर रखे हैं।”

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘पश्चिमी दुनिया’ के अलावा पूर्व में केवल भारत, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और जापान ही लगातार जीवंत लोकतंत्र हैं। उन्होंने कहा, “मुझे कांग्रेस से स्पष्ट जवाब चाहिए। ये 110 देश कौन से हैं, जो लोकतांत्रिक राष्ट्रों की आड़ में भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यह (भारत) विश्व में लोकतंत्र का उद्गम स्थल है?”