केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली के सामने उस समय बखेड़ा खड़ा हो गया जब एक महिला ने मंच पर ही रिश्वत की शिकायत कर दी। दरअसल केंद्रीय मंत्री ने महिला से पूछा था कि आपका ई श्रम कार्ड फ्री में बना है ना? मंच पर ही महिला बोली- नहीं साहब, ये तो पैसे से बनवाया है। रामेश्वर तेली शनिवार को पटना में ई श्रम कार्ड बांटने पहुंचे थे। मंच पर ही किरण देवी ने सरकारी सिस्टम की पोल खोल दी।

महिला के इतना कहते ही केंद्रीय मंत्री तुरंत हरकत में आए। बिहार सरकार को तत्काल हिदायत देते हुए कहा कि मामले की जांच की जाए। उनका कहना था कि सरकारी काम में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिहार सरकार को सख्त ताकीद देते हुए कहा कि इस तरह के कामों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस तरह के मामले सामने नहीं आने चाहिए।

उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर सरकार पर तंज कसे। एक ने लिखा-ये किसी छुपा है कि नीतीश सरकार में कोई भी काम बिना पैसा के नहीं होता है। अफसरशाही और घूसखोरी चरम पर है। देख लो कही कार्ड कैंसिल ना करादे मंत्रीजी। एक और ने लिखा कि बिहार में ऐसा कोई भी सरकारी कार्य हो जिसमें पैसा न लगा हो। अगर विश्वास नहीं हो रहा है तो मंत्री अफसर या कर्मचारी सबको छापा मारो। आय से अधिक सम्पत्ति मिलेगी हर एक के पास। सर यह तो बहुत छोटी बात है।

विवेक रंजन झा ने लिखा मंत्री जी तो ऐसे बिहेव कर रहे हैं जैसे इनको पता ही नहीं है कि बिहार में श्रम कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा कार्ड, बीपीएल यह सब कार्ड बनवाने में हेवी कमीशन लगता है। वह कमीशन अधिकारी से लेकर मंत्री तक जाता है। रंजीत सिंह ने लिखा- हिम्मत है नेता जी की, जो ये बात जानते हुए भी मंच से पूछ रहे हैं। ये मेरे देश का नंगा सच और ये मेरे देश की भोली जनता। फ्री में बनने वाला कार्ड पैसे देकर बनवाया। उस खर्च किए पैसे का भी क्रेडिट लेने के लिए उतावले बेशर्म नेता।

https://twitter.com/UtkarshSingh_/status/1454681699715928067?s=20

अल्हड़ के हैंडल से ट्वीट किया गया कि सुशासन में हर कदम पर सुविधा शुल्क लगता है। एक सर्टिफिकेट बनाने में कम से कम 500 का तो खर्चा है ही। विशाल अग्रवाल ने लिखा- हमें चिंता है कि मासूम… लाभार्थी महिला को बोलने का दंड नहीं मिल जाए। भोगेंद्र ने लिखा- सर बिहार में ऐसा कोई सरकारी काम है जो बिना पैसा दिए होता हो। जब एक आवासीय बनाने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर कुछ ही दिनों में करोड़पति बन जाता है तो अन्दाजा लगा सकते है कि अफसर के पास कितना संपति होगा।

तनवीर ने लिखा- बताइए मंत्री जी को पता ही नही की बिहार में बिना पैसा का ना जन्म पत्री और ना ही मृत्यु पत्र बनता है। अकरम अनजान ने लिखा- यही है असली विकास साहब का। मंच पर खड़े होकर खुद झूठ कहेंगे और लोगो से भी कहलाते है। सतेंद्र ने लिखा- श्रम कार्ड देने के लिए भी क्या ऐसा फिल्मी अंदाज। ऐसा दर्शाया जाता है कमेंट्री करनी पड़ती है।