जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीटों को लेकर अपने-अपने दावों पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए आज गहन विचार-विमर्श किया जिसको लेकर कल घोषणा किए जाने की संभावना है।

जदयू, राजद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सीटों को लेकर अपने-अपने दावों पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बैठक की। बैठक के बाद बाहर निकलने पर राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि बातचीत दोस्ताना और साहार्दपूर्ण माहौल में हो रही है और उम्मीद है कि कल शाम तक सब कुछ तय हो जाएगा।

यह पूछे जाने पर कि राजद द्वारा जदयू की कई सीटों पर अपनी दावेदारी पेश किए जाने से कौन दल किस सीट से चुनाव लडने के निर्णय में विलंब की चर्चा को खारिज करते हुए सिद्दीकी ने कुछ भी बताने से इंकार करते हुए कहा कि किसी तरह की कोई बात नहीं है।

बिहार विधानसभा में राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि यह कोशिश हो रही है कि सभी 243 सीटों पर निर्णय ले लिया जाए पर अगर ऐसा नहीं होता है तो हम आशांवित हैं कि कल शाम तक प्रथम दो चरणों की सीटों की घोषणा हो जाएगी।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि न केवल जदयू बल्कि महागठबंधन में शामिल सभी दलों को त्याग के लिए तैयार रहना चाहिए। हम तो अपनी वर्तमान सीट पर समझौता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि सभी दलों को पिछली बार उन्होंने जितनी सीटों पर चुनाव लड़ा था उससे कम सीटों पर चुनाव लड़ना पड़ रहा है।

जदयू ने वर्ष 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में 116 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन आपसी तालमेल के तहत उसके खाते में सौ सीटें आयी हैं जबकि लालू प्रसाद की राजद सौ सीटों पर कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बाकी तीन सीटें की पेशकश झामुमो से की गयी है, जो राकांपा के इंकार के बाद सपा को दी जा रही थी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने घटक दलों के एक निर्णय पर पहुंच जाने के प्रति विश्वास जताया। सहाय ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से भी आज मुलाकात की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और कांग्रेस के नेता सीटों को लेकर एक निर्णय पर पहुंचने को लेकर लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं।