लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी बहन मीसा भारती पर धोखाधड़ी का एक आरोप लगा है। वकील और कांग्रेस नेता संजीव सिंह ने दोनों पर आरोप लगाया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट देने का आश्वासन देते हुए उनसे पांच करोड़ रुपए लिए गए थे। रकम लेने के बाद भी उन्हें पार्टी का चुनावी टिकट नहीं दिया गया था।

खुद को बिहार कांग्रेस का प्रभारी पर्यवेक्षक बताने वाले संजीव ने तेजस्वी यादव और मीसा भारती के अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, प्रवक्ता राजेश राठौर और सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद के खिलाफ 18 अगस्त 2021 को परिवाद दाखिल किया था।

इसके आधार पर पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विजय किशोर सिंह की अदालत ने सभी के खिलाफ पटना की कोतवाली में केस दर्ज करने का आदेश दिया है। संजय का आरोप है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भागलपुर से RJD का टिकट देने के नाम पर पांच करोड़ रुपये लिए गए थे।

संजीव सिंह ने कहा कि पैसे लेने के बाद भी पार्टी का टिकट उन्हें नहीं मिला। इसके बाद आश्वासन दिया गया कि विधानसभा चुनाव में उन्हें गोपालपुर और उनके भाई को रुपौली सीट से टिकट दिया जाएगा। हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में भी टिकट नहीं दिया गया।

इसके बाद 18 अगस्त 2021 को संजीव सिंह ने कोर्ट में धोखाधड़ी का परिवाद पत्र दाखिल किया था। जिस पर अदालत ने 31 अगस्त को ही अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था। अब कोर्ट ने तेजस्वी, मीसा समेत सभी आरोपियों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि मीसा भारती राज्यसभा सदस्य हैं और तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। लालू परिवार में पिछले कुछ समय में भाइयों के बीच राजनीतिक दूरी बढ़ी है। तेजस्वी और तेज प्रताप यादव के बीच चल रही अनबन से पार्टी लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। ऐसे में यह आरोप पार्टी और इसके शीर्ष नेताओं की परेशानी बढ़ा सकता है।