Bihar Prashant Kishor: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों जन सुराज अभियान के तहत बिहार में अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं। बिहार में सियासी संग्राम के बीच इस अभियान को लेकर जब प्रशांत किशोर से सवाल किया गया क्या आप मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। तो इस सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरी महत्वाकांक्षा इससे कहीं बड़ी है। मैं बिहार को विकसित राज्य के तौर पर देखना चाहता हूं।
बिहार को विकसित राज्य बनाना है:
दरअसल प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान के दौरान एक कार्यक्रम में उनसे सवाल किया गया कि कहीं आप बिहार में सीएम तो नहीं बनना चाहते? इस पर उन्होंने कहा, “अपने जीवनकाल में बिहार को विकसित राज्य के तौर पर देखना चाहता हूं। जब मैं किसी दूसरे राज्य में जाता हूं तो बड़े स्तर पर काम करता हूं। बिहार से उनकी हालत ठीक है।”
मेरा सपना बिहार का सीएम बनने से अधिक:
उन्होंने कहा, “मैं जब अन्य राज्यों में जैसे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश जाता हूं, तो वहां की तरक्की देखता हूं। वहां भी करप्शन है, भारत की यही व्यवस्था है, यही विधान है लेकिन बिहार के मुकाबले वहां की स्थिति बहुत अच्छी है।” पीके ने कहा कि मेरा सपना बिहार का सीएम बनने से अधिक है। उससे बड़ा सपना लेकर चल रहा हूं, सीएम बनने के लिए दूसरे भी जुगाड़ हैं। लेकिन मैं अपने जीवनकाल में बिहार को विकसित राज्य के तौर पर देखना चाहता हूं।
JDU से बाहर होने पर क्या कहा:
जेडीयू से बाहर करने पर प्रशांत किशोर का कहना है कि सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर मतभेद के चलते जेडीयू आलाकमान से मनमुटाव हुआ। क्योंकि पार्टी ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ स्टैंड लेने का फैसला लिया था लेकिन संसद में समर्थन दे दिया। इस स्थिति में मैंने कुछ बयान दिए, जिसे पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए मुझे पार्टी से बाहर किया।
बता दें कि बिहार की नई जेडीयू और आरजेडी की गठबंधन वाली सरकार पर प्रशांत किशोर लगातार हमले बोल रहे हैं। उनका दावा है कि यह सरकार अधिक दिनों तक नहीं चलेगी और जल्द ही गिर जाएगी।