मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना में नौकरी की मांग कर रहे एसटीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। प्रदर्शनकारी छात्र नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास का घेराव करना चाह रहे थे। लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारी छात्रों ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से भी मुलाक़ात की। तेजस्वी ने छात्रों के ऊपर हुए लाठीचार्ज को लेकर बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला।
दरअसल पिछले साल दिसंबर में एसटीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी इस मांग पर अड़े थे कि जैसे पूर्व के एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को छठे चरण के नियोजन में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है वैसे ही उन्हें भी नियोजन में शामिल किया जाए। इसी को लेकर प्रदर्शनकारी छात्र बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास का घेराव करना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने छात्रों को पहले ही रोक लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी हंगामा करने लग गए। हंगामे को बढ़ता देख पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया।
लाठीचार्ज के बाद छात्रों ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि सरकार छात्रों के खिलाफ तानाशाह रवैया अपना रही है और लाठीचार्ज कर रही है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता से कोई लेना देना नहीं है, वह चाहते हैं कि सिर्फ उनका जीवन आराम से निकल जाए। युवा जब अपना अधिकार मांग रहे हैं तो उनपर लाठियां चलाई जा रही और नीतीश कुमार भीष्म पितामह बनकर बैठे हुए हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने तेजस्वी यादव के बयानों के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ लोग एसटीईटी छात्रों को गुमराह करने में लगे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जितने भी लोगों ने एसटीईटी की परीक्षा पास की है, वे सभी शिक्षक बनने के योग्य हैं। छठी चरण की प्रक्रिया ख़त्म होने के बाद सातवें चरण की प्रक्रिया शुरू होगी और उसमें इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जायेगी। साथ ही शिक्षा मंत्री ने अभ्यर्थियों से किसी के बहकावे में ना आने की अपील की।