बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू (JDU) ने अपने सहयोगी दल भाजपा से उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है जो पार्टी आलाकमान द्वारा तय किए गए मुद्दों पर टिप्पणी करते हैं जिससे गठबंधन धर्म का उल्लंघन होता है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने भाजपा सदस्य संजय पासवान की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए बृहस्पतिवार (9 जनवरी) को कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि भाजपा अपने ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी, जो अमित शाह के हस्तक्षेप के बावजूद बयानबाजी कर रहे हैं।’’
पार्टी का अधिकारिक बयान नहीं है: बता दें कि पासवान ने बुधवार (8 जनवरी) को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था, ‘‘बिहार के लोग अब एक भाजपा नेता को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। हम अपने दम पर राज्य में सरकार बनाने की स्थिति में हैं, पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी जो भी निर्णय लेंगे, हम उसका पालन करेंगे।’’ प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि पासवान हमारी पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में कुछ कहा होगा। यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है।
सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने हाल के दिनों में एक से अधिक टीवी साक्षात्कारों में कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का चेहरा होंगे। बता दें कि महाराष्ट्र के झटके के बाद बीजेपी यहां पर गठबंधन को लेकर बेहद संजीदा है, हालांकि अभी तक सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है।
महागमठबंधन में ये पार्टी शामिल है: गौरतलब है कि बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के अलावा उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के भी साथ आने की पूरी संभावना है। ऐसे में संभावना है कि एनडीए पर महागठनबंधन भारी पड़ सकता है।

