बिहार चुनाव से पहले राजनीतिक दलों का एक पाले से दूसरे पाले में जाना लगातार जारी है। राज्य में एनडीए और महागठबंधन से इतर पूर्व सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने भीम आर्मी के साथ गठबंधन की घोषणा की है।
इस गठबंधन में बीएमपी और एसडीपीआई भी शामिल हैं। इसे प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन का नाम दिया गया है। पप्पू यादव इस गठबंधन का चेहरा होंगे। करीब एक महीने पहले भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने पटना में घोषणा की थी कि वह आजाद समाज पार्टी के तले बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, इस नए गठबंधन के बाद से अब चंद्रशेखर और जनअधिकार पार्टी व अन्य दलों के बीच सीटों का बंटवारा होना भी तय हो गया है।
जानकारों का मानना है कि दोनों दलों के हाथ मिलाने से यादव और दलित समुदाय के वोटों का कुछ ध्रुवीकरण हो सकता है। वहीं, पप्पू यादव ने अपने नए गठबंधन में कांग्रेस के अलावा राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और यशवंत सिन्हा को भी शामिल होने का खुला निमंत्रण दिया है।
पप्पू यादव ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस को अपमान सहने की आदत पड़ गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद अपमानित हो रही है, कांग्रेस हमारे साथ हैं तो उसका स्वागत है। पप्पू यादव ने कहा कि चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और यशवंत सिन्हा भी साथ आएं।
दूसरी तरफ लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) का कहना है कि पार्टी संस्थापक शरद यादव बिहार में विपक्षी गठबंधन को सत्ता में लाने के लिये काम करेंगे। पार्टी ने बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार से उनके हाथ मिलाने के बारे में अटकलों को ‘अफवाह’ बताते हुए खारिज कर दिया और इसे ‘‘पूरी तरह से झूठा एवं बेबुनियाद’’ बताया।
लोजद ने एक बयान में कहा कि पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष ताकतों के बीच और अधिक एकजुटता लाने के लिये काम करेगी। मालूम हो कि बिहार में तीन चरणों, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवबंर को, मतदान होगा। जबकि मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी।