Nitish’s Attempt To Keep The Opposition United: 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने के लिए सक्रिय हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद नेता लालू प्रसाद यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक की है। वह विपक्ष के नेताओं के साथ लगातार बैठक करके 2024 के आम चुनाव से पहले एक बड़ा गठबंधन बनाने में जुट गए हैं। इस बीच कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि अगर विपक्ष 50 फीसदी भी एकजुट हो गया तो भाजपा को 100 सीट भी नहीं मिलेगी।
भाजपा के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में विपक्षी नेताओं के साथ अपनी बैठक के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को उन अफवाहों का भी खंडन किया कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनना चाहते हैं।
अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके घर पहुंचे नीतीश कुमार ने उनसे विपक्ष को साथ में लाने को लेकर बातचीत की। इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपनी दिल्ली यात्रा में अरविंद केजरीवाल से मुलाकात से पहले सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा से उनके पार्टी ऑफिस में मिले।
कहा- हमारा पूरा फोकस सभी वाम दलों, क्षेत्रीय दलों, कांग्रेस को एकजुट करना है
नई दिल्ली में माकपा नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात के तुरंत बाद नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, “मैं दावेदार भी नहीं हूं, मुझे इसकी इच्छा भी नहीं है।” संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि यह समय वाम दलों, कांग्रेस और सभी क्षेत्रीय दलों के एकजुट विपक्ष बनाने का है। उन्होंने कहा, “मेरा बचपन से ही माकपा से पुराना नाता रहा है। आप सभी ने मुझे देखा नहीं है, लेकिन मैं जब भी दिल्ली आता था तो इस ऑफिस में आ जाता था। आज हम सब फिर साथ हैं। हमारा पूरा फोकस सभी वाम दलों, क्षेत्रीय दलों, कांग्रेस को एकजुट करने पर है। अगर हम सब एक साथ आ जाएं तो यह बहुत बड़ी बात होगी।”
इन मुलाकातों पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि अगर विपक्ष 50 फीसदी भी एकजुट हो गया तो भाजपा को 100 सीट भी नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा, “2014 में भाजपा को 31.8 फीसदी वोट मिले थे, बाकी के 68.2 फीसदी वोट बिखर गया था। अगर यह 68.2 फीसदी एकजुट हुआ तो मोदी जी सैकड़ा नहीं छू सकते हैं।”