बिहार में सियासी उठापठक के बाद विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार (10 अगस्त, 2022) को कहा कि बिहार का सत्ता परिवर्तन 2024 का मैसेज है तो वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सभी एक होंगे तो भारतीय जनता पार्टी की रात नींद उड़ जाएगी।

छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वे (भाजपा) झारखंड में सरकार गिराना चाहते थे, लेकिन उनकी अपनी सरकार (बिहार में) गिर गई। जो दूसरे के लिए गड्ढा खोदता है कई बार वो लोग खुद ही गिर जाते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए के जो प्रमुख साथी थे, वो सभी एक-एक करके साथ छोड़ते जा रहे हैं।

बीजेपी का सभी दल छोड़ रहे साथ: बघेल

बघेल ने कहा कि पहले अकाली दल ने साथ छोड़ा फिर शिवसेना और अब जदयू ने भी किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि एनडीए के जो तीन बड़े सहयोगी दल थे, उन्होंने साथ छोड़ दिया है। यह 2024 के लिए एक संकेत है। उन्होंने कहा कि लोगों का केंद्र की वर्तमान सरकार से मोहभंग होता जा रहा है।

बिहार के सत्ता परिवर्तन ने बदल दिए समीकरण: अधीर

जदयू के एनडीए से अलग होने और बिहार में नई सरकार बनने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे हिंदुस्तान में कब्जा करने के लिए जो मुहिम छेड़े है। ऐसे में कोई नापाक कदम न उठाना पड़े। उस वक्त नीतीश कुमार के नेतृत्व में दोबारा गठबंधन की सरकार बिहार में बनी है। उससे सियासी समीकरण में बहुत नई चीजें उभर कर सामने आने लगी हैं। अधीर रंजन ने कहा कि सभी दल मिलकर भाजपा के ख़िलाफ़ गुट बनाएंगे तो भाजपा की रात की नींद उड़ जाएगी।

अधीर बोले- कांग्रेस का सहारा लेकर ममता बनीं सीएम

ममता बनर्जी पर पूछे गए सवाल पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी को भी मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस का सहारा लेना पड़ा था। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि अगर कांग्रेस न होती तो ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बनने में मुश्किल जरूर होती।

अधीर रंजन ने भाजपा पर सांप्रदायिता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूरे हिंदुस्तान में सांप्रदायिकता का जहर घोल दिया है। लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।