Bhim Army chief : अदालती आदेशों के बावजूद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार (17 जनवरी) को दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर अपने समर्थकों के साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार (15 जनवरी) को भीम आर्मी चीफ को सशर्त पर जमानत दी थी कि वह अगले चार हफ्तों तक दिल्ली से बाहर रहेंगे। लेकिन गुरुवार को जमानत मिलने के बाद वह आज जामा मस्जिद पहुंच गए। हालांकि कोर्ट ने उन्हें दिल्ली से बाहर जाने के लिए 24 घंटे का समय दिया था।
क्या था कोर्ट का आदेश: जज ने भीम आर्मी चीफ को जमानत देते वक्त दिल्ली चुनाव के मद्देनजर में सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा कि “आजाद को अगले 4 सप्ताह तक दिल्ली से बाहर रहना होगा और हर शनिवार को सहारनपुर में एसएचओ के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। न्यायाधीश ने यह भी कहा कि आजाद एक महीने तक धरने में भाग नहीं ले सकते।
Hindi News Live Hindi Samachar 17 January 2020: पढ़ें आज की बड़ी खबरें
Bhim Army chief Chandrashekhar Azad at Jama Masjid: Peaceful protest is our strength. People from all religions who support us should join us in great number to prove it to the govt that these protests are not led by Muslims alone. #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/WivjSWKjR7
— ANI (@ANI) January 17, 2020
रिहाई के बाद तिहाड़ से निकले आजाद: अपनी रिहाई के बाद, गुरुवार को आजाद ने जोर-बाग में शाह-ए-मर्दन दरगाह पर चादर चढ़ाई और फिर रास्ते पर उनकी रिहाई का जश्न मनाने के लिए समर्थकों ने आतिशबाजी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि “हम इस तानाशाही कानून के खिलाफ हैं और इसका अंत तक विरोध करेंगे। वे (सरकार) जो कर रहे हैं वह असंवैधानिक है और हमें इसका विरोध करने का पूरा अधिकार है।
CAA के खिलाफ प्रदर्शन: गौरतलब है कि जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद के बाहर CAA का विरोध हो रहा है। पिछले एक महीने से हर शुक्रवार को जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू होता है।बता दें कि CAA व NRC के खिलाफ ही बिना इजाजत प्रदर्शन करने की वजह से बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें तिहाड़ जेल में रखा गया था।

