कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) दिल्ली पहुंच चुकी है और इसका नेतृत्व सांसद राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) कर रहे हैं। वहीं राहुल गांधी ने शनिवार को एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए दिल्ली में अपोलो अस्पताल के पास अपनी भारत जोड़ो यात्रा रोक दी। एंबुलेंस को जाने देने के लिए यात्रियों के साथ वह कुछ देर रुके रहे। उन्होंने साथी यात्रियों से एंबुलेंस को रास्ता देने को भी कहा।

भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली में

यह घटना राष्ट्रीय राजधानी में अपोलो अस्पताल के पास सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुई। बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा ने शनिवार सुबह हरियाणा के बदरपुर सीमा (Badarpur Border) से दिल्ली में प्रवेश किया। दिल्ली में यात्रा बदरपुर बॉर्डर से शुरू हुई और यह 23 किमी की दूरी तय करेगी और लाल किले के पास समाप्त होगी। यात्रा आश्रम चौक, निजामुद्दीन, इंडिया गेट, आईटीओ, लाल किला और राज घाट से होकर गुजरेगी। लाल किले की ओर बढ़ने से पहले यात्रा ने आश्रम चौक पर दो घंटे का ब्रेक लिया।

शनिवार सुबह जयराम रमेश, पवन खेड़ा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला सहित कई पार्टी नेताओं को राहुल गांधी के साथ मार्च करते देखा गया। बाद में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (former Congress President Sonia Gandhi) और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी राहुल के साथ यात्रा में शामिल हुईं। यह दूसरी बार है जब सोनिया गांधी यात्रा में शामिल हुई हैं। अक्टूबर में उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस के मेगा फुट मार्च में भाग लिया था।

नफरत के बाजार के बीच मोहब्बत की दुकान खोलना हमारा मकसद

पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दोहराया कि उनकी यात्रा का मकसद ‘नफरत का बाजार’ के बीच ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलना है। उन्होंने कहा, “देश का आम आदमी अब प्यार की बात कर रहा है। हर राज्य में लाखों लोग यात्रा में शामिल हुए हैं। मैंने आरएसएस और बीजेपी के लोगों से कहा है कि हम यहां आपके नफरत के ‘बाजार’ में प्यार की दुकान खोलने आए हैं।”

राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य वास्तविक हिंदुस्तान का प्रदर्शन करना है जहां लोग एक दूसरे की मदद करते हैं। उन्होंने कहा वे (भाजपा, आरएसएस) नफरत फैलाते हैं, हम (कांग्रेस) प्यार फैलाते हैं।