Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर असम में खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने गुरुवार को एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान बॉडी डबल (हमशक्ल) इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बस के बाहर जो दिखते हैं, वो राहुल गांधी नहीं हैं। राहुल गांधी बस के अंदर एक कमरा है, उसमें आठ लोगों से घिरे रहते हैं।
हिमंता ने दावा किया कि मुझे कांग्रेस के ही कुछ लोगों ने बताया कि राहुल गांधी ज्यादातर समय बस के अंदर एक कमरे में आठ लोगों से घिरे रहते हैं। असम सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी बस के अंदर रहते हैं तो बस के सामने कौन रहता है, जिसका मीडिया या आम पब्लिक राहुल गांधी बोल कर फोटो खींचते हैं।
सरमा ने गांधी पर राज्य में सांप्रदायिक झड़प की योजना बनाने का आरोप लगाया और कहा, “…यह यात्रा क्या थी? इसके समय को देखें। उन्होंने असम में एक बड़ी सांप्रदायिक झड़प भड़काने की साजिश रची थी।”
असम सीएम ने कहा कि इसकी झलक हमें गुवाहाटी में देखने को मिली, लेकिन उनकी बड़ी साजिश यह थी कि राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा के दौरान असम से होकर गुजरें और राज्य में झड़प हो जाए, लेकिन हमारी पार्टी के लोगों और राम भक्तों ने खुद को संयमित रखा। उन्होंने कुछ भी अप्रिय नहीं होने दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं…असम की जनता आपके अहंकार को लोकसभा चुनाव में देखेगी। मैं दावा करता हूं कि असम में कांग्रेस की पहले से कम सीटें आएंगी। हम उन्हें बड़े अंतर से मात देंगे।
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, ‘कांग्रेस की राजनीति ‘सॉफ्ट नक्सली’ बन गई है। उनके नारे अब गांधीवादी सिद्धांतों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। मैं भी 22 साल तक कांग्रेस में था। लेकिन पहले कभी ऐसे नारे नहीं थे। कांग्रेस का नारा नरम था। मैं देख रहा हूं कि उन्होंने कांग्रेस की आत्मा की हत्या कर दी है। पूरा काफिला तथाकथित वामपंथी लोगों, वाम-झुकाव वाले लोगों से भरा था।’
इससे पहले सरमा कहा था कि राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के बाद गिरफ्तार किया जाएगा। सरमा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रियांक खड़गे ने कहा था कि लोकसभा चुनाव का इंतजार क्यों करें हिमंत बिस्वा सरमा जी? अगर राहुल गांधी जी ने कानून तोड़ा है, तो आप आगे बढ़कर जरूरी कदम क्यों नहीं उठाते? आप ऐसा नहीं करेंगे।” क्योंकि आप पूरी तरह से जानते हैं कि वह सच बोलते हैं, आप मणिपुर में अपने पड़ोसियों के लिए खड़े नहीं हुए और असम के लोगों को लूट रहे हैं।’