Nasal Vaccine: चीन (China) सहित दुनिया के कई अन्य देशों में पिछले सप्ताह से कोविड (COVID-19) के तेजी से बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए भारत (Indian) में भी वैक्सीन (Vaccine) की बूस्टर डोज (Booster Doze) की मांग में तेजी से बढ़ी है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बूस्टर के रूप में भारत बायोटेक के इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। भारत में बनाई जाने वाली वैक्सीन 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को बूस्टर डोड के तौर पर वैक्सीनेशन में शामिल किया जाएगा। शुक्रवार की शाम से इसे कोविन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करवाया जाएगा।
जानिए क्या है बिना Injection वाला Booster Doze?
इसके पहले नवंबर में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा इंट्रानेजल वैक्सीन BBV154 को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए आपातकालीन स्थिति में बूस्टर के रूप में प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी मिली। भारत बायोटेक की बनाई गई टू-ड्रॉप नेजल वैक्सीन को चीन सहित कुछ अन्य देशों में बढ़ते कोविड के मामलों को देखते हुए मंजूरी दी गई थी। यह बिना इंजेक्ट किए हुए लगाई जाती है और प्रशासन इसे आसानी से उपलब्ध भी करवा रहा है। इस वैक्सीन का डोज लेने के लिए किसी प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी की जरूरत नहीं होती है हम इसे अपने आप ले सकते हैं।
नेजल वैक्सीन कितनी प्रभावी है? How effective is the nasal vaccine?
प्रतिष्ठित वैज्ञानिक जर्नल सेल और नेचर में छपे संपादकीय के मुताबिक,नेजल वैक्सीन की डोज न केवल कोविड -19 से बचाती है, बल्कि यह एक अन्य प्रकार की इम्यूनिटी दे कर आपकी बीमारी को और लोगों में फैलने से रोकती है। ये वैक्सीन मुख्य रूप से उन कोशिकाओं पर असर करती है जो नाक और गले को जोड़ती है। भारत बायोटेक के अनुसार, इंट्रानेजल वैक्सीन के कई फायदे हैं क्योंकि नाक के रास्ते में टीकाकरण की बेहतरीन क्षमता है। यह नाक म्यूकोसा की संगठित इम्यून सिस्टम की वजह से प्रभावी है।
Private Hospitals में आज से मिलेगी Nasal Vaccine
ANI न्यूज के मुताबिक भारत सरकार ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) को बूस्टर डोज (Booster Dose) के तौर पर लगाए जाने की इजाजत दे दी है। भारत सरकार (Central Government) ने इस वैक्सीन (Vaccine) को आज से कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में भी शामिल करने का ऐलान किया है।
जानिए कौन हैं Nasal Vaccine के पात्र
18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक नोजल बूस्टर डोज के लिए पात्र हैं। जिन लोगों को कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीका लग चुका है, वे इसे हेटेरोलॉगस बूस्टर खुराक के रूप में ले सकते हैं। हेटेरोलॉगस बूस्टिंग में एक व्यक्ति को प्राथमिक खुराक के लिए इस्तेमाल किए गए टीके से अलग टीका लगाया जाता है।
Health Minister मनसुख मांडविया मॉक ड्रिल के दौरान कर सकते हैं दौरा
चीन सहित दुनिया के कई अन्य देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर भारत सरकार ने भी कोविड के के खिलाफ तैयारी तेज कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार (27 दिसंबर) को पूरे देश के अस्पतालों में कोविड के खिलाफ इमरजेंसी की तैयारियों को लेकर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। कहा जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी इस दौरान किसी भी सरकारी अस्पताल के दौरे पर जा सकते हैं। इसके पहले गुरुवार (22 दिसंबर) को पीएम मोदी ने कोविड के खिलाफ तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी।