तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि उनके पास कुल 16.72 लाख रुपये की पूंजी है। पूर्ब मेदिनीपुर में नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं बनर्जी ने चुनाव आयोग को जमा किये अपने हलफनामे में बताया है कि उनके पास कोई गाड़ी या संपत्ति नहीं है। 66 वर्षीय नेता की कुल चल परिसपंत्ति 16.72 लाख रुपए की है।
2016 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने 30.45 लाख रुपए की संपत्ति होने की घोषणा की थी। ताजा हलफनामे के अनुसार मुख्यमंत्री के पास 69,255 रुपए नकद हैं, वहीं 13.53 लाख रुपए बैंक में जमा हैं। इनमें 1.51 लाख रुपए उनके चुनाव व्यय खाते में हैं। उन्होंने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) योजना में 18,490 रुपए जमा कर रखे हैं। बनर्जी के पास केवल नौ ग्राम के जेवर हैं जिनकी कीमत 43,837 रुपए है। मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है।
इस बीच नंदीग्राम में सीएम ममता बनर्जी के घायल होने की घटना पर टीएमसी के भेजे पत्र के जवाब में चुनाव आयोग ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पत्र को पूरी तरह आक्षेप लगाने वाला बताया। आयोग ने कहा, “यह कहना पूरी तरह से गलत है कि चुनाव कराने के लिए आयोग ने राज्य की कानून व्यवस्था मशीनरी को अपने हाथों में ले लिया है। कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी तत्परता से जांच की जानी चाहिए।”
चुनाव आयोग ने अपना जवाब टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी के उस आरोप पर दिया है, जिसमें उन्होंने ममता बनर्जी की सुरक्षा में चूक के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया है। टीएमसी के नेताओं डेरेक ओ’ब्रायन, चंद्रिमा भट्टाचार्य और पार्थ चटर्जी के प्रतिनिधिमंडल ने कोलकाता में चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा।
इस बीच, चुनाव आयोग के आदेशों का अनुपालन करते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय चुनावी राज्यों में वैक्सीन प्रमाण पत्रों पर पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीरों को ढंक देगा। इस महीने की शुरुआत में चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार से कहा था कि वह तृणमूल कांग्रेस की शिकायत के बाद राज्यों के विधानसभा चुनावों में कोविड -19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल करना बंद करे।

