पश्चिम बंगाल में ‘जय श्री राम’ नारे की सियासी लड़ाई सड़क से अब विधानसभा सदन तक आ पहुंची है। शुक्रवार को जब मुख्यमंत्री और TMC चीफ ममता बनर्जी अंतरिम बजट पेश कर रही थीं, तब BJP के विधायक यही नारा लगाने लगे। इस पर दीदी बुरी तरह भड़क गईं। हालांकि, उन्होंने कुछ कहा नहीं, मगर अपनी बात बीच में वहीं बैठ गईं। आज भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल विधानसभा में जमकर हंगामा किया। राज्य सरकार द्वारा राज्यपाल को सत्र के पहले दिन न बुलाए जाने से विधायक नाराज थे। कांग्रेस और लेफ्ट ने भी बजट सत्र का बहिष्कार किया। ममता की नाराजगी और सदन में हंगामे की वजह से बजट पेश करने में भी देरी हुई। वहीं, आज सीएम ममता ने घोषणा की कि कोलकाता पुलिस में एक नई बटालियन – नेताजी बटालियन -गठित की जाएगी।
वैसे, यह पहला मौका नहीं है, जब राम नाम पर ममता आपा खो बैठीं हों। इससे पहले, 23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती से जुड़े कार्यक्रम में वह ऐसे ही नारों पर भड़क गई थीं। वह भी तब, जब मंच पर सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा राज्य में पार्टी के प्रचार के लिए रथ यात्रा को लेकर विवाद हो गया है। कल जब जेपी नड्डा परिवर्तन रथ यात्रा का उद्घाटन करेंगे तो वहीं तृणमूल यूथ कांग्रेस भी मोटरसाइकिल के साथ जनसमर्थन यात्रा निकालेगी।
तृणमूल ने कहा कि राज्य सरकार ने बीजेपी को राज्य में यात्रा निकालने की अनुमति दी है। पार्टी झूठा प्रचार कर रही है कि उसे यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी गई।
#WATCH | West Bengal: BJP MLAs sloganeer and protest outside Assembly in Kolkata opposing the budget presented by CM Mamata Banerjee and over the absence of Governor Jagdeep Dhankhar in the state Legislative Assembly. pic.twitter.com/qWQxrNShIn
— ANI (@ANI) February 5, 2021
पार्टी ने कहा है कि बीजेपी ने सरकार से इजाजत मांगी थी। सरकार ने ऐसा करने को स्थानीय प्रशासन को कहा है। हाइकोर्ट में भी इसे लेकर याचिका दी गई है। तृणमूल का इस यात्रा से कोई लेना देना नहीं है।
मामले में पुलिस ने बीजेपी से जेपी नड्डा की सुरक्षा को लेकर जानकारी मांगी है। पुलिस ने इसके अलावा रथ यात्रा को लेकर जानकारी मांगी है।
हालांकि बीजेपी का कहना है कि हमने पुलिस को रथ यात्रा के बारे में नहीं बल्कि एक राजनीतिक कार्यक्र कहकर जानकारी दी थी। पुलिस को कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था का इंतजाम करना होगा।

