भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस उसकी ”परिवर्तन यात्रा” को रोकने की कोशिश कर रही है। उत्तर 24 परगना में पुलिस द्वारा यात्रा को रोके जाने की घटना पेश आई है। मामले में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी नेताओं के साथ पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ धरना दिया। ऐसी जानकारी सामने आई है कि बीजेपी कार्यकर्ता बैरकपुर में पुलिस से भिड़ गए। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पुलिस उनकी यात्रा को रोकने का काम कर रही है। ऐसी रिपोर्ट भी सामने आईं हैं कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़े हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा,”हम पर लाठीचार्ज किया और 20-22 कार्यकर्ता घायल हुए। मैं ममता बनर्जी को चेतावनी देता हूं। वे परिवर्तन यात्रा की सफलता से घबरा रही हैं। उसे रोकने की कोशिश की गई। हम नहीं रुकेंगे। हम जाएंगे और सभा करेंगे।” पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर शुरू की गई बीजेपी की परिवर्तन यात्रा बैरकपुर आकर पूरी होनी थी। यहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं। भाजपा बंगाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने बैरकपुर के कपा मोर में धरने पर बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं का एक वीडियो पोस्ट किया।
पश्चिम बंगाल पुलिस पर ‘परिवर्तन यात्रा’ को रोकने का आरोप लगाते हुए, भाजपा की बंगाल इकाई ने यह भी आरोप लगाया कि उसके कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा। पार्टी ने ट्वीट किया,”पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक तरीके से मार्च करने के लिए भी पुलिस के हमले का सामना करना पड़ता है! क्या यही लोकतंत्र है? ”
मालूम हो कि इस हफ्ते की शुरुआत में भाजपा ने चुनाव आयोग को लिखा था कि उसके बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले के वाहनों पर बशीरघाट में हमला किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बदमाशों ने ‘परिवर्तन यात्रा’ के दौरान मिनखा पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत मालचा में काफिले पर पथराव किया।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने यहां तक आरोप लगाया कि हमला तृणमूल कांग्रेस के “राजनीतिक आतंकवादियों” ने लोगों के मन में “आतंक पैदा करने” के लिए किया था।