Maharashtra Politics: एनसीपी नेता अजित पवार के बाद अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के विरोध में बीजेपी से आवाज सामने आई है। द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बीजेपी की MLC पंकजा मुंडे ने कहा, “सच कहूं तो मेरी राजनीति अलग है। मैं सिर्फ इसलिए इसका समर्थन नहीं करूंगा क्योंकि मैं उसी पार्टी से हूं। मेरा मानना है कि हमें सिर्फ विकास पर काम करना चाहिए। एक नेता का काम इस धरती पर रहने वाले हर व्यक्ति को अपना बनाना है। इसलिए हमें महाराष्ट्र में इस तरह का कोई मुद्दा लाने की जरूरत नहीं है।”
इंटरव्यू के दौरान ही पंकजा मुंडे ने यह भी कहा कि उन्होंने यह बात अलग संदर्भ और उस जगह की राजनीतिक परिस्थिति के हिसाब से की (योगी ने इस नारे का सबसे पहले प्रयोग यूपी में किया था)। इसका मतलब यह नहीं कि जो हम महाराष्ट्र में कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सभी को न्याय दिया है। उन्होंने राशन, घर और सिलेंडर देने के लिए जाति या धर्म नहीं देखा।
हालांकि यह संयोग है कि पीएम नरेंद्र मोदी खुद भी ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसको लेकर उनके विरोधी कर रहे हैं कि यह योगी के नारे का दूसरा रूप है। पकंजा मुंडे से पहले अजित पवार कह चुके हैं कि ‘बंटेंगे को कटेंगे’ नारा महाराष्ट्र में काम नहीं करेगा। उन्होंने पिछले हफ्ते कहा, “मैं यह कई बार कह चुका हूं कि यह महाराष्ट्र में काम नहीं करेगा। हो सकता है यह यूपी, झारखंड या अन्य जगहों पर काम करता हो।”
कौन हैं पंकजा मुंडे?
पंकजा मुंडे भाजपा के बड़े नेता रहे दिवगंत गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। उनके समर्थक मानते हैं कि मोदी – शाह के युग में पकंजा मुडे को साइड लाइन कर दिया गया है। हालांकि पकंजा मुंडे की विरासत की वजह और उनके बड़े ओबीसी चेहरा होने की वजह से पार्टी उन्हें नजर अंदाज नहीं कर सकती। पंकजा हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में अपनी सीट पर चुनाव हार गईं। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें एमएलसी पद दिया।
महायुति में हुए समझौते की वजह से मुंडे परिवार की परली सीट एनसीपी को मिली है और उसने यहां पकंजा के चचेरे भाई धनंजय मुंडे को चुनाव मैदान में उतारा है। पंकजा और धनंजय साल 2019 विधानसभा चुनाव आमने-सामने लड़े थे। इस सीट पर धनंजय को जीत हासिल हुई थी। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि उन्हें दुख होता है कि बीजेपी परली सीट से चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वो एनसीपी को वोट दें।