Bangalore Section 144 News Updates: बेंगलुरू पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने शहर में बुधवार (24 जुलाई, 2019) शाम छह बजे से शराब की बिक्री पर लगने वाली रोक से जुड़े फैसले को वापस ले लिया है। इससे पहले, शहर के सभी पब्स और वाइन शॉप्स को 25 जुलाई, 2019 तक बंद रखने के आदेश दिए गए थे।
बता दें कि कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जद(एस) की सरकार मंगलवार (23 जुलाई, 2019) को गिर गई। सरकार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने में विफल रही। विश्वास मत के खिलाफ 105 वोट पड़े, जबकि इसके पक्ष में 99 वोट पड़े। वोटिंग के नतीजे के साथ ही सूबे में करीब तीन हफ्ते से चल रहे सियासी ड्रामे का अंत हो गया, जबकि सीएम कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजुभाई वाला को इस्तीफा सौंप दिया।
इसी बीच, कर्नाटक में गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने वाले दो निर्दलीय विधायकों की कथित मौजूदगी और उनके भाजपा से जुड़ने की खबरों के बाद यहां एक अपार्टमेंट में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के पहुंचने पर निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी थी। राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पुलिस ने शहर में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की और मंगलवार शाम छह बजे से बृहस्पतिवार की सुबह छह बजे तक शराब की बिक्री पर रोक लगा दी थी।
एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिरने के बाद बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व और येदियुरप्पा गठबंधन के बागी विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने की संभावना से आशंकित हैं।
कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष और भाजपा के सीएम पद के संभावित उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा अजीब परिस्थिति से गुजर रहे हैं। एक फिर उनके लिए सत्ता पास होते हुए भी दूर है। मंगलवार को विश्वास मत में हारने के बाद जेडीएस-कांग्रेस की साझा सरकार गिर गई थी।
कर्नाटक में कांग्रेस - जद (एस) की सरकार गिरने के बाद कई राजनीतिक दलों ने बुधवार को भाजपा पर प्रहार किया और केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी पर आरोप लगाए कि वह ‘‘खरीद-फरोख्त’’ और ‘‘सत्ता के दुरुपयोग’’ में संलिप्त है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा कि लोकतंत्र के इतिहास में यह दिन ‘‘काला अध्याय’’ के तौर पर याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा, जिस तरीके से भाजपा ने सभी संवैधानिक मानकों को ताक पर रख दिया और कर्नाटक में सरकार गिराने के लिए धन और सत्ता का इस्तेमाल किया उसे लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय के तौर पर याद किया जाएगा। मायावती ने ट्वीट किया, इस तरह के कृत्य की जितनी निंदा की जाए वह कम है।
वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त कामत ने राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता (एएजी) के पद से अपना इस्तीफा कर्नाटक के राज्यपाल को सौंपा। विधानसभा में गठबंधन सरकार के विश्वास मत खोने के एक दिन बाद कामत ने इस्तीफा दिया है। कांग्रेस - जद(एस) सरकार ने 2015 में उच्चतम न्यायालय में राज्य के प्रतिनिधित्व के लिए कामत को एएजी पद पर नियुक्त किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के बागी विधायकों के केस की बुधवार को सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि 'हम याचिका को विश्वास मत के मद्देनजर खारिज करें देंगे। इसके साथ ही कोर्ट सही आदेश भी जारी करेगी। लेकिन यह सब मुकुल रोहती (बागी विधायकों के वकील) और अभिषेक मनु सिंघवी (कांग्रेस वकील) की मौजूदगी में ही होगा।
कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसपर अभी असमंजस की स्थिति है। इस बीच बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी मुरलीधर राव ने कहा पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में सीएम कौन होगा इस पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि हमने येदियुरप्पा के नेतृत्व में बहुमत हासिल किया और वह पार्टी का नेतृत्व करते हैं। हालांकि पार्टी आलाकमान सभी तथ्यों पर गौर कर इसपर फैसला लेगी।
बीएस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में 11 बजे से बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी। यह बैठक मल्लेश्वरम में होगी। इससे पहले येदियुरप्पा ने अपने आवास पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में फ्लोर टेस्ट में बहुतम साबित ने कर पाने की वजह से कांग्रेस-जेडीएस सरकार के गिरने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में गठबंधन सरकार बनने के पहले दिन से ही उसे गिराने की साजिश रची जा रही थी। कर्नाटक में लालच की जीता हुई है जबकि लोकतंत्र, ईमानदारी और राज्य की जनता की हार हुई है।
बेंगलुरु में विश्वास मत में जीत के बाद बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा के घर के बाहर जीत का जश्न मनाते पार्टी कार्यकर्ता। इस दौरान कार्यकर्ता एक दूसरे को मिठाई खिलाते नजर आए।
कुमारस्वामी सरकार के गिरने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘‘आखिर में सच्चाई की जीत हुई और कर्नाटक को लोकप्रिय भाजपा सरकार मिलेगी। सत्ता की भूखी कांग्रेस और जदएस ने सभी अलोकतांत्रिक तरीकों से सत्ता में बने रहने का अपना पूरा प्रयास किया।’
येदियुरप्पा को ऐसे व्यक्ति के तौर पर देखा जा रहा है जिन्होंने राज्य में कांग्रेस-जदएस सरकार को सत्ता से हटाने के अभियान का नेतृत्व किया। कर्नाटक से आने वाले एवं संसदीय मामलों के मंत्री प्रमोद जोशी ने कहा कि येदियुरप्पा इस पद के लिए स्वाभाविक पसंद हैं लेकिन अंतिम निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कर्नाटक के मुद्दे पर पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। शाह ने इन संकेतों के बीच पार्टी नेताओं के साथ सलाह मशविरा किया कि कर्नाटक में एच डी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार के मंगलवार को गिरने के बाद बी एस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा की पसंद हो सकते हैं।
इस साल के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 2014 के आम चुनाव की तरह एक बार फिर करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके करीब दो महीने बाद ही कर्नाटक में सरकार का गिरना पार्टी के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।
कर्नाटक में गठबंधन सरकार गिरने के साथ ही दक्षिण भारत में कांग्रेस किसी भी राज्य में सत्ता में नहीं रह गई है, हालांकि केंद्रशासित पुडुचेरी में जरूर उसकी सरकार है। पिछले साल कर्नाटक में जद(एस) के साथ मिलकर सरकार बनाते हुए कांग्रेस ने राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। इसके कुछ महीने बाद ही वह मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे हिंदीभाषी क्षेत्र के तीन महत्वपूर्ण राज्यों में सरकार बनाने में सफल रही थी।
कर्नाटक विधानसभा में एच डी कुमारस्वामी नीत सरकार का विश्वास प्रस्ताव गिरने के साथ ही मंगलवार को कांग्रेस के हाथ से एक और राज्य चला गया। अब सिर्फ चार राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश में ही उसकी सरकारें बची हैं। कांग्रेस अब पंजाब, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पुडुचेरी में सत्तासीन है।
कर्नाटक में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन के बागी 15 विधायकों ने राज्य विधानसभा से उनकी अयोग्यता के लिए याचिका के मामले में विधानसभाध्यक्ष के. आर रमेश कुमार के सामने पेश होने के लिए चार हफ्ते का समय मांगा है। हंसुर के जद (एस) विधायक ए एच विश्वनाथ ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हां, हमने अध्यक्ष से चार हफ्ते का समय मांगा है। हमने अपने वकील के जरिए अध्यक्ष से संपर्क किया है।’’
अपने पत्र में एक समान दलील देते हुए बागी विधायकों ने कहा है कि पार्टी ने संविधान की अनुसूची 10 के तहत एक याचिका दायर करके उन्हें अयोग्य ठहराने की मांग की है। इन बागी विधायकों में 13 मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें याचिका या उसके साथ लगाए गए दस्तावेजों की प्रति नहीं मिली है।
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने राज्य की एच डी कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार के विश्वास मत खोने के बाद कहा कि अब से विकास के नये युग की शुरुआत होगी। सीएम पद के संभावित उम्मीदवार येदियुरप्पा ने कहा, "यह लोकतंत्र की जीत है। लोग कुमारस्वामी सरकार से तंग आ चुके आ चुके थे।" येदियुरप्पा ने कहा, "मैं कर्नाटक की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अब से विकास के नये युग की शुरुआत होगी।"
तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके येदियुरप्पा ने कहा कि उनका ध्यान सूखे तथा अन्य परेशानियों का सामना कर रहे किसानों पर होगा। उन्होंने कहा, "हमारे किसान सूखे और अन्य समस्याओं से परेशान हैं। हम कर्नाटक की जनता को आश्वासन देते हैं कि आने वाले दिनों में हम किसानों को और अधिक महत्व देंगे ताकि वह खुशहाल जीवन जी सकें।" उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद वह इस संबंध में जल्द से जल्द एक उचित फैसला लेगी।
मुम्बई में ठहरे कांग्रेस..जद(एस) के बागी विधायक, भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा के दक्षिणी राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। यह जानकारी मंगलवार को पार्टी सूत्रों ने दी। भाजपा के एक नेता ने कहा कि इस महीने के शुरू से एक आलीशान होटल में ठहरे बागी विधायक मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जदएस...कांग्रेस गठबंधन सरकार के विश्वासमत हासिल नहीं कर पाने के बाद ‘‘बहुत खुश’’ हैं।
नेता ने कुमारस्वामी नीत सरकार के मंगलवार शाम कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत हासिल नहीं कर पाने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘उन्हें (बागी विधायकों) वह मिल गया जो वे चाहते थे।’’ उन्होंने कहा कि विधायक येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद मुम्बई से रवाना होंगे।