रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चीफ बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पुनिया ने कहा कि सभी पार्टियों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि हम किसी एक पार्टी से नहीं जुड़े हैं इसलिए अब की बार सबका स्वागत है।
उन्होंने कहा, “चाहे भाजपा, कांग्रेस और आप आए सबका स्वागत है क्योंकि जब हम मेडल जीतते हैं तो किसी पार्टी का झंडा नहीं लगाते हैं, हम तिरंगा लहरात हैं। जब मेडल जीतते हैं तो सब बधाई देने के लिए आते हैं ना कि कोई एक पार्टी ना ही हम किसी एक पार्टी से जुड़े हुए हैं। सभी देशवासियों का स्वागत है क्योंकि आज हम अपनी बहन बेटियों के लिए नहीं लड़े तो हम किसी के खिलाफ नहीं लड़ सकते।”
रविवार को बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट सहित देश के शीर्ष पहलवान विरोध प्रदर्शन के लिए फिर से जंतर मंतर पहुंचे और सरकार से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की। पहलवानों ने दिल्ली पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की है।
विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश ने सवाल किया, “समिति को अपनी रिपोर्ट पेश करने में कितना समय लगने वाला है। पहले ही तीन महीने हो चुके हैं और हम अब भी उनकी बात सुनने का इंतजार कर रहे हैं। क्या रिपोर्ट तब आएगी जब शिकायत दर्ज कराने वाली लड़कियों की मौत हो जाएगी?” उन्होंने कहा, “हम सरकार से इस मामले में निष्कर्ष जारी करने के लिए कह कर थक चुके हैं। हमने कनॉट प्लेस के एक पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है और चाहते हैं कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो।”
उन्होंने कहा, “हमारा (डब्ल्यूएफआई) चुनाव प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है। हम अपने करियर को लेकर अधिक चिंतित हैं। (पेरिस) ओलंपिक करीब है और हम सही दिशा में तैयारी शुरू करना चाहते हैं।” वहीं, बजरंग पुनिया ने कहा कि विरोध करने वाली महिला पहलवानों के साथ खड़ा होना उनका नैतिक कर्तव्य है। तोक्यो खेलों के कांस्य पदक विजेता ने कहा, “अगर हम इनके साथ नहीं खड़े होंगे तो और कौन खड़ा होगा?” उन्होंने कहा, “भले ही मुझे उनकी खातिर अपनी जान कुर्बान करनी पड़े, मैं उस हद तक जाने को तैयार हूं।”
वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसे पहलवानों से सात शिकायतें मिली हैं और उसकी जांच जारी है। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रहने पर पुलिस को नोटिस जारी किया था। साक्षी मलिक और रवि दहिया सहित पहलवानों ने जनवरी में भी इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मैराथन बातचीत के बाद उनका तीन दिवसीय धरना समाप्त कर दिया था। ठाकुर ने आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एम सी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निरीक्षण समिति की घोषणा की थी। दिल्ली महिला आयोग ने कहा कि उसे जानकारी मिली है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।