Bahraich Violence: बहराइच हिंसा मामले में यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने हिंसा के मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लगी है। गोली लगने के बाद पुलिस दोनों को पहले नानापारा सीएचसी ले गई फिर यहां से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, सरफराज की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दावा किया जा रहा है कि रामगोपाल मिश्रा को गोली मारने वाले मुख्य आरोपी सरफराज व उसके बड़े भाई तालिब के साथ गुरुवार को यूपी एसटीएफ और पुलिस की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ नानपारा कोतवाली क्षेत्र कुर्मीनपुरवा हांडा बसरी में करीब दोपहर दो बजे के आसपास होना बताया जा रहा है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में हैं। इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की। आरोपियों ने सरफराज और तालिब ने गोलीबारी शुरू की। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। जिसमें सरफराज के बाएं और तालिब के दाहिने पैर में गोली लगी। इसके बाद दोनों घायल हो गए। दोनों को गिरफ्तार करके एबुंलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य के नानपारा ले जाया गया।
बहराइच एसपी ने क्या बताया?
एसपी बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई है, उनमें से दो पुलिस की गोली से घायल हुए हैं। सरफराज और मोहम्मद तालिब को गोली लगी है।
बहराइच मुठभेड़ पर एडीजी अमिताभ यश क्या बोले?
वहीं, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि अभी कैजुअल्टी की जानकारी नहीं है, लेकिन पुलिस द्वारा पांच आरोपी पकड़े गए हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, 5 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं और एनकाउंटर में दो को गोली लगी है।
बहराइच एनकाउंटर पर विपक्षी नेताओं ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि दुकानें जलाने वाले दंगाइयों को भी सज़ा होनी चाहिए। दंगाइयों को किसी धर्म से क्यों जोड़ते हो? जिन्होंने पूरा बाज़ार जला दिया और महिलाओं से बदसलूकी की, उनका भी इलाज करना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा, “बहराइच में जो हिंसा, लूटपाट और लूट-पाट की घटनाएं हुई हैं, उनमें पुलिस, प्रशासन और सरकार की पूरी तरह से विफलता थी। कई घंटों तक कारोबार में गिरावट आई।” वहां पुलिस नहीं पहुंची, प्रशासन नहीं पहुंचा और वहां दंगा भड़क गया… इसमें पूरी तरह से वहां का पुलिस-प्रशासन शामिल है, जहां से मना किया गया था कि नवरात्रि के बाद लोग वहां जाएंगे… प्रदेश सरकार और वहां का प्रशासन इस घटना के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार था।”
जानकारी के मुताबिक, पुलिस मुख्यालय में मुठभेड़ को लेकर मीटिंग चल रही है। पुलिस के कई आलाअधिकारी बैठक में मौजूद हैं। दावा किया जा रहा है कि दोनों आरोपी बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल थे। इन्होंने ही साथियों संग मिलकर रामगोपाल पर गोली चलाई थी। घटना के वक्त के कुछ वीडियोज सामने आए हैं, जिनमें अब्दुल हामिद की छत पर चार से पांच लोग नजर आ रहे हैं। इसी छत पर रामगोपाल को गोली मारी गई थी।
बहराइच में दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी और हिंसा हुई थी। इस हिंसा में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की हत्या भी कर दी गई थी। अब इस घटना में शामिल एक आरोपी सऱफराज का एनकाउंटर किया गया है। बता दें कि रविवार को बहराइच में दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर गोली लगने से 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी और पथराव तथा गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे।
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राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद बहराइच में हिंसा फैल गई थी। भीड़ द्वारा बड़े स्तर पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई। भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों, वाहनों आदि में आग लगा दी जिसके बाद बहराइच पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज कीं। पुलिस ने इलाके में छापेमारी कर अब तक 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
बहराइच में कैसे भड़की हिंसा?
बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा बीते रविवार की शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में शामिल था। ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो दो पक्षों में कहासुनी हो गई। आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई।
इस बीच रामगोपाल को एक घर की छत पर गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई। रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज कस्बे में बवाल शुरू हो गया। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी। हिंसा के दौर अगले दिन भी जारी रहा। जिसके चलते जिले में भारी पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इसका संज्ञान लिया।
