अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने एकमत से रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया है। इस फैसले पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने फैसले पर बीजेपी समर्थक मुस्लिम शहजाद पुनावाला और महिला पत्रकार राणा अयूब के ट्वीट को पॉलिटिकल कमेंट करार देते हुए डिलीट करवाया है।

दरअसल शहजाद ने ट्वीट किया था कि जिसमें उन्होंने लोगों से कहा था कि अगर आप राम के साथ हैं तो मेरे पोस्ट को रिट्वीट किजिए और अगर आप बाबर की औलाद हैं तो इसे इग्नोर कीजिए। यूपी पुलिस ने इस ट्वीट को पॉलिटिकल कमेंट करार दिया और ट्वीट डिलीट करने के लिए कहा। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। हालांकि इसके बाद शहजाद पूनावाला ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।

वहीं महिला पत्रकार ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘कल भारत के लिए बड़ा दिन है। जो लोग आज सत्ता में हैं उन्होंने बाबरी मस्जिद स्मारक को 6 दिसंबर 1992 को गिरा दिया था। यह भारतीय मुसलमानों के लिए आस्था का प्रतीक था। इस घटना ने मेरे जीवन और मुसलमानों की एक पीढ़ी को बदल दिया। उम्मीद है कि मेरा देश कल मुझे निराश नहीं करेगा।’ उनके इस ट्वीट पर यूपी पुलिस ने कार्यवाही और ट्वीट डिलीट करने की बात कही। इसके बाद पत्रकार ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।

बता दें कि फैसले के मद्देनजर सोशल मीडिया पर किसी तरह की भ्रांति और अफवाह न फैले इसके लिए सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है। इस टीम की जिम्मेदारी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को चिन्हित करना है। वॉट्सऐप, ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पैनी मॉनिटरिंग की जा रही है।