अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इससे पहले तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। रामलला आज यानी 17 जनवरी को राम मंदिर में प्रवेश करेंगे। उन्हें पूरे मंदिर परिसर में भ्रमण कराया जाएगा। 18 जनवरी को रामलला गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। मंगलवार को प्रायश्चित पूजन व कर्मकुटी पूजन के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सात दिवसीय अनुष्ठान मंगलवार से शुरू हो गया। मूर्ति निर्माण स्थल की भी पूजा हुई। चयनित मूर्ति का शुद्धीकरण करते हुए उनकी आंखों पर पट्टी बांधी गई है, यह पट्टी 22 जनवरी को खोली जाएगी।
कल से शुरू होगा रामलला का अधिवास
18 जनवरी से रामलला की मूर्ति का अधिवास शुरू होगा। इस दौरान दोनों समय जलाधिवास किया जाएगा। इसके साथ ही सुगंधि और गंधाधि वास भी होगा। इसके अगले दिन यानी 19 जनवरी को प्रात: फल अधिवास और शाम को धान्य अधिवास किया जाएगा। इस दौरान धान्याधिवास औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास भी होगा। राम मंदिर में यज्ञ अग्निकुंड की स्थापना की जाएगी।
20 जनवरी को प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास होगा। जबकि शाम को रामलला को औषधि और शय्या अधिवास कराया जाएगा। इस बीच गर्भ ग्रह को 81 कलश, अलग-अलग नदियों के जल से पवित्र किया जाएगा। 21 जनवरी को मध्याधिवास, शय्याधिवास होगा। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी। रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी खोली जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा में कौन-कौन होगा शामिल
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन दोपहर 12.30 से 1 बजे तक का मुहूर्त है। इस दौरान रामलला के विग्रह का अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, राममंदिर के मुख्य पुजारी और मोहन भागवत गर्भगृह में मौजूद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन से श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे।