अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के 22 जनवरी 2024 को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए बीजेपी ज़ोर-शोर से तैयारियां कर रही है। पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता इस काम में जुटे हुए हैं। इस बीच बीजेपी के मुस्लिम चेहरे और वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने राम मंदिर निर्माण की वकालत की है। सितंबर में अपनी एंजियोप्लास्टी के बाद पहली बार दिल्ली आए हुसैन ने मीडियाकर्मियों और कुछ पार्टी नेताओं को आमंत्रित किया और उन्हें राम मंदिर की एक लघु प्रतिकृति (Replica) उपहार में दी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लगभग 100 ऐसी प्रतिकृतियों की व्यवस्था की थी ताकि मंदिर के बारे में सकारात्मक संदेश फैलाया जा सके। उन्होंने अपने मेहमानों को केवल शाकाहारी भोजन परोसा और राम मंदिर के निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को स्वीकार करने वाले मुस्लिम समुदाय को भड़काने के प्रयासों के लिए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की भी आलोचना की।
अयोध्या राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से पहले बीजेपी कार्यकर्ता देशभर के सभी मंदिरों, तीर्थस्थलों और धार्मिक स्थलों पर सफाई अभियान चलाएंगे. यह अभियान 14 से 22 जनवरी के बीच चलाया जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताईं अयोध्या राम मंदिर की विशेषताएं
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या राम मंदिर की विशेषताएं बताई हैं। ट्रस्ट ने बताया कि तीन मंजिला राम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बनाया गया है और इसकी लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, 250 फीट की चौड़ाई, और 161 फीट की ऊंचाई है। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची है। इसमें कुल 392 स्तंभ और 44 दरवाजे हैं। मुख्य गर्भगृह में श्री राम लला की मूर्ति है और पहली मंजिल पर श्री राम दरबार होगा।” मंदिरों में ऊंचे पिरामिडनुमा टॉवर होते हैं जिन्हें शिखर कहा जाता है जिनके शीर्ष पर एक कलश होता है। मंदिरों के स्तंभों पर जटिल डिजाइन उकेरे गए हैं और दीवारों को मूर्तियों और नक्काशी से सजाया गया है।
मंदिर में पांच मंडप (हॉल) हैं, नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप। देवी-देवताओं, देवी-देवताओं की मूर्तियाँ खंभों और दीवारों पर सुशोभित हैं। मंदिर में प्रवेश पूर्व से है, जिसमें सिंह द्वार के माध्यम से 32 सीढ़ियां चढ़नी होंगी, साथ ही विकलांगों और बुजुर्गों की सुविधा के लिए रैंप और लिफ्ट की व्यवस्था भी है।