प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए उत्‍तर प्रदेश में ‘विकास’ को एजेंडा बनाने की बात करते हों। लेकिन संघ परिवार समांंतर में ‘प्रो-‍हिंदुत्‍व’ एजेंडा भी चला रहा है। राम मंदिर निर्माण और कैराना से हिंदुओं के कथित पलायन जैसे मुद्दे इसकी रणनीति का अहम हिस्‍सा बन गए हैं। यह दोनों ही मुद्दे पिछले कुछ सप्‍ताह से संघ के इशारे पर उठाए गए हैं।

भाजपा सांसद योगी आदित्‍यनाथ ने हाल ही में कहा था कि अयोध्‍या में राम मंदिर बनने से कोई नहीं रोक सकता। आदित्‍यनाथ पहले भी ऐसी ही मांग उठाते रहे हैं लेकिन उनका हालिया बयान इस मायने में महत्‍वपूर्ण है कि यह पश्चिमी यूपी में कैराना ‘पलायन’ के विवाद के बाद आया है।

कैराना के स्‍थानीय सांसद हुकुम सिंह ने दावा किया था कि कस्‍बे से पिछले कुछ सालों में 346 हिंदू परिवार पलायन कर गए। हालांकि राज्‍य सरकार ने जांच के बाद सिंह के आरोपों को नकार दिया, इसके बावजूद भाजपा हमलावर है। पूरा विपक्ष पश्चिमी यूपी में भाजपा द्वारा कैराना का मुद्दा उठाकर वोटरों के ध्रुवीकरण करने की कोशिश का विरोध कर रहा है। इलाहाबाद में पार्टी की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी कैराना का मुद्दा उठा। मजे की बात यह है कि कैराना को नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरा होने की उपलब्धियों से ज्‍यादा मीडिया कवरेज हासिल हुई।

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आदित्‍यनाथ ने पिछले सप्‍ताह अयोध्‍या में ‘संत सम्‍मेलन’ में हिस्‍सा लिया था। इस सम्‍मेलन में देशभर के संतों ने एकमत होकर प्रस्‍ताव पास किया कि राम मंदिर का निर्माण यथाशीघ्र शुरू होना चाहिए। भाजपा के दूसरे सांसद साक्षी महाराज भी राम मंदिर की मांग का समर्थन करते रहे हैं। हालांकि इलाहाबाद की बैठक में केन्‍द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने दावा किया था कि राम मंदिर पार्टी के चुनावी एजेंडे में शामिल नहीं है, मगर यह पार्टी के विश्‍वास की बात है।

मेरठ के सारंध से भाजपा सांसद संगीत सोम, जोकि मुजफ्फरनगर दंगों से पहले एक भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी हैं, ने जाट महापंचायत में हिंदुओं के बीच सुरक्षा का संदेश देने के लिए सारंध से कैराना तक ‘निर्भय यात्रा’ निकालने का ऐलान किया था। जहां पार्टी ने अ‍ाधिकारिक रूप से यात्रा से दूरी बनाए रखी, सोम ने यात्रा निकाली और पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि यात्रा को प्रशासन ने रोक दिया था।

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विश्‍व हिंदू परिषद के नेताओं ने भी उत्‍तर प्रदेश में मुस्लिमों के मुकाबले हिंदुओं की घटती संख्‍या पर चिंता जताई है। कैराना के बाद, विहिप ने अपने कैडर को उन जगहों के बारे में जानकारी मुहैया कराने को कहा जहां पिछले कुछ सालों में हिंदू ‘अल्‍पसंख्‍यक’ हो गए हैं।