छह साल पुराने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील मामला फिर से चर्चा में है। इस मामले को लेकर राज्‍यसभा में बुधवार को खूब हंगामा हुआ। इसके चलते सदन की कार्यवाही बार-बार स्‍थगित करनी पड़ी। राज्‍यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में सोनिया गांधी का नाम लिया। इस पर कांग्रेस नेता हंगामा करने लगे। भाजपा के आरोपों पर सोनिया गांधी ने पत्रकारों से कहा,’ हम कुछ नहीं छुपा रहे हैं। उन्‍हें मेरा नाम लेने दीजिए। मैं किसी से नहीं डरती। यह सरकार दो साल से सत्‍ता में हैं अब तक जांच पूरी क्‍यों नहीं हुई।’

कांग्रेस की ओर से राज्‍यसभा में गुलाम नबी आजाद ने पूछा कि क्या दोनों देशों के पीएम के बीच मुलाकात हुई? क्या उन दोनों के बीच कोई डील हुई थी? यूपीए सरकार ने एक्शन लिए और डील कैंसल की। पर क्यों मोदी सरकार ने इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को मेक इन इंडिया का हिस्सा बनाया। इस पर वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने जवाब दिया कि भारत और इटली के पीएम के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई। यह गलत रिपोर्ट है।

मामले में भाजपा के आक्रामक रूख के बाद सोनिया गांधी ने दस जनपथ पर हाईलेवल मीटिंग की। इसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, आनंद शर्मा, आरएस सुरजेवाला और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया शामिल हुए। वहीं इस बारे में मनमोहन सिंह ने कहा, ‘इस मामले में कोई केस नहीं बनता। मेरी पार्टी इस पर जवाब देगी।’ पिछले दिनों इटली के मिलान कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि 3600 करोड़ रुपए की इस हेलिकॉप्टर डील में करप्शन हुआ था।