दिल्ली में मचे सियासी घमासान के बीच नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया। आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने आतिशी को नया मुख्यमंत्री चुना है। जो जल्दी ही शपथ ले लेंगी। अब सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि आतिशी कैबिनेट में किन-किन लोगों को जगह मिल सकती है। वैसे तो केजरीवाल कैबिनेट को देखें तो 2 सीट खाली समझ में आ रही है। जिसपर कोई नए चेहरे पर को शामिल किया जा सकता है।
वहीं केजरीवाल कैबिनेट में कोई दलित भी मंत्री नहीं था। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि दलित को भी जगह मिल सकती है। वहीं केजरीवाल के विश्वसनीय दिलीप पांडेय को भी आतिशी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
दिलीप पांडेय आप के भरोसेमंद
आगामी आतिशी मंत्रिमंडल को लेकर आप के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती का नाम काफी तेजी से आगे चल रहा है। भारती वर्तमान में मालवीय नगर विधानसभा से विधायक हैं। हाल ही में बीते लोकसभा चुनाव में भी वो आम आदमी पार्टी की ओर से नई दिल्ली से प्रत्याशी थे। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर और तिमारपुर से विधायक दिलीप पांडेय का नाम भी सामने आ रहा है। दिलीप पांडेय पार्टी के भरोसेमंद सिपाही माने जाते हैं।
दलित के नाम पर हो सकता है ये चेहरा
केजरीवाल कैबिनेट में दलित चेहरा के तौर पर पहले राजेंद्र पाल गौतम थे। लेकिन उन्होंने 2022 में ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद राजकुमार आनंद को शामिल किया गया था। आनंद ने भी 11 जून 2024 को इस्तीफा दे दिया।
इस वजह से आतिशी कैबिनेट में दलित चेहरे के तौर पर पूर्वी दिल्ली की कोंडली विधानसभा सीट विधायक कुलदीप कुमार हो सकते हैं। कुलदीप ने बीते लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली से प्रत्याशी थे। इसके अलावा दिल्ली विधानसभा में उपाध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहीं राखी बिड़ला का नाम भी सामने आ रहा है। वो केजरीवाल की पहली 49 दिन की सरकार में मंत्री के रुप में काम किया है। वर्तमान में राखी मंगोलपुरी से विधायक हैं।
जानकारी के अनुसार आतिशी कैबिनेट में पिछले कैबिनेट के सभी मंत्रियों को जगह मिलेगी। जिसमें गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन पहले से ही कैबिनेट का हिस्सा रह चुके हैं। जिसमें से गोपाल राय, कैलाश गहलोत और इमरान हुसैन केजरीवाल के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत से ही मंत्री हैं। जबकि सौरभ भारद्वाज और आतिशी को बाद में शामिल किया गया। वैसे नियम को देखें तो 70 विधायकों वाली दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री के अलावा 6 लोग मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।