गोरखनाथ मंदिर में पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी के मामले पर सियासत गरमाई हुई है। सामने आए वीडियो में मुर्तजा अब्बासी ने कहा कि CAA-NRC में मुसलमानों के साथ गलत हुआ, जिसके बाद उसने गुस्से में गोरखनाथ मंदिर में हमला किया था। मुर्तजा को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में मुर्तजा अब्बासी के पिता से भी पूछताछ की जाएगी। इस बीच, मुर्तजा अब्बासी को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान पर भी सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इसी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान तीखी बहस देखने को मिली।

न्यूज18 के डिबेट शो ‘आर-पार’ के दौरान, एंकर अमीश देवगन ने सपा प्रवक्ता से अखिलेश यादव के बयान पर सवाल किया और कहा कि मुर्तजा को ‘बाइपोलर’ कहना कही न कहीं, उसे कवर फायर देने जैसा है। सपा प्रवक्ता ने इस पर कहा कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी आतंकी गतिविधि में लिप्त है और चाहे किसी भी धर्म से है तो वह जायज नहीं है।

वहीं, एंकर ने अतिकुर रहमान से पूछा कि जब मुस्लिम इस देश में सबसे सुरक्षित है तो कट्टर होने की जरूरत क्या है? इस पर अतिकुर रहमान ने संबित पात्रा के बयान पर निशाना साधते हुए कहा, “आपकी नजर में अगर कोई आतंकी है तो वह है जो आपको आइना दिखाने का काम करता है। जो भाजपा-आरएसएस को आइना दिखाता है वह आतंकी हो जाता है। आतंकी हमले की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा ने एमपी बनाया है।”

अतिकुर रहमान ने कर्नाटक हिजाब विवाद का जिक्र करते हुए कहा, “50 गुंडे मुस्कान के ऊपर जय श्री राम का नारा लगाते हैं, वो आतंक नहीं था? जब ओवैसी साहब संसद में शपथ लेने गए तो जय श्री राम का नारा लगाया गया, वो आतंक नहीं था?” इस पर संबित पात्रा ने जवाब देते हुए कहा कि कौन आतंकी है और कौन नहीं.. मुझे बोलने की जरूरत नहीं है। पात्रा ने कहा कि अगर चोर की दाढ़ी में तिनका है तो मैं क्या करूंगा।

अखिलेश यादव ने गोरखनाथ मंदिर पर किए गए हमले को लेकर कहा कि इस मामले में अभी जो जानकारी मिली और मुर्तजा के पिता ने जो कहा है उसके हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं हैं। उन्होंने कहा कि उसके साथ बाइपोलर इश्यूज (मनोविकार) थे। साथ ही अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा था और कहा था कि भाजपा वह पार्टी है जो बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती है।