फूलपुर से पूर्व सांसद रहे अतीक अहमद और विधायक अशरफ अहमद की हत्या के मामले में एसआईटी ने जांच जारी रखने का फैसला किया है। हालांकि एसआईटी ने चार्जशीट पेश कर दी है लेकिन जांच को जारी रखते हुए अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को नोटिस दिया गया है। उन्हें बयान दर्ज करने के लिए एसआईटी के सामने पेश होना होगा। 

इस मामले में और भी कई लोगों से पूछताछ की जा सकती है। पूछताछ और बयान दर्ज कराने के इस राउंड को पूरा करने के बाद एसआईटी मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करेगी। 

चार्जशीट दायर कर चुकी है एसआईटी 

एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक  उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने उन तीन हमलावरों के खिलाफ 2,056 पेज का आरोप पत्र दायर किया है, जिन्होंने प्रयागराज के एक अस्पताल के बाहर गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद और उनके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

तीन आरोपियों- लवलेश तिवारी (22), सनी सिंह (23) और अरुण मौर्य (18) के खिलाफ चार्जशीट मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) प्रयागराज दिनेश कुमार गौतम की अदालत में दायर की गई थी। आरोपियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कोई वकील मौजूद नहीं था।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आरोप पत्र का हवाला देते हुए कहा कि तीनों हमलावरों का आपराधिक इतिहास रहा है और उन्होंने फेमस होने और पैसा कमाने के लिए अतीक और अशरफ की हत्या की योजना बनाई थी।

अधिकारी ने कहा, “अतीक-अशरफ की हत्या के लिए वैसे ही हत्यार उपयोग में लिए गए थे जैसे टिल्लू ताजपुरिया को खत्म करने के लिए दिल्ली स्थित गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी द्वारा उपलब्ध कराए गए थे।”

15 अप्रैल को प्रयागराज में रात करीब 10.30 बजे मोतीलाल नेहरू (कोल्विन) डिविजनल हॉस्पिटल के बाहर अतीक और अशरफ को गोलियों से भून दिया गया था। दोनों भाई पुलिस की हिरासत में थे और उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था। दोनों पर हमला करने वाले हत्यारों को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया था।