पंचकूला जमीन घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार (26 जुलाई, 2019) को लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की, जबकि गुरुवार (25 जुलाई) को अफसरों के साथ करीब 10 घंटे उनका सवाल-जवाब का दौर चला था। एक हिंदी टीवी चैनल की मानें तो कल देर रात तक पूछताछ के बाद उन्हें शुक्रवार दोपहर एजेंसी के समक्ष हाजिर होने के लिए समन भी जारी किया गया था। बता दें कि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के जीजा और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ईडी के रडार पर हैं।
जानकारी के मुताबिक, हुड्डा के बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दर्ज किए गए। वहीं, सूत्रों का कहना था कि जांच और पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारी सबूतों के साथ पूर्व सीएम से सवाल-जवाब करेंगे। दरअसल, इस मामले में देश की सबसे बड़ी जांच एंजेसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों और जाने-माने बिल्डरों के खिलाफ कथित धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोपों के तहत केस दर्ज कर चुकी है।
ईडी ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर कथित जमीन घोटाला मामले में पीएमएलए का केस दर्ज किया। एफआईआर में आरोप है कि हरियाणा सरकार ने 912 एकड़ में फैली जमीन पर इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप बसाने के लिए भूमि अधिग्रहण अधिनियम (धारा 4) के तहत अधिसूचना जारी की थी।
‘उत्पीड़न के लिए BJP का प्रमुख विभाग बन गया है CBI, ED’: कांग्रेसी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का आरोप है कि सीबीआई और ईडी सरीखी केंद्रीय एजेसियां विरोधियों पर मुकदमा चलाने और उत्पीड़न के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का ‘‘प्रमुख विभाग’’ बन गई हैं। हरियाणा के पूर्व सीएम हुड्डा से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में ईडी ने पूछताछ की थी। सुरजेवाला का यह बयान उसी पूछताछ के अगले दिन आया है। उन्होंने ट्वीट किया, “दूसरा दिन, कांग्रेस नेताओं पर दूसरा हमला- इस बार (हरियाणा के) पूर्व सीएम हुड्डा।”