भारत जब बांग्लादेश के साथ अपने सीमा विवाद को सुलझा सकता है तो असम और मेघालय को क्या दिक्कत है। दरअसल, ये बात गृह मंत्री अमित शाह ने एक दूसरे से गुत्मगुत्था हो रहे असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों को समझाई। बात दोनों के पल्ले पड़ी और नतीजा यह रहा कि 50 साल पुराना विवाद खत्म हो गया। पूर्वोत्तर के लिए इस विवाद का खत्म होना किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि दोनों हिंसक हो रहे थे।
असम और मेघालय ने मंगलवार को 12 में से छह स्थानों पर अपने पांच दशक पुराने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते पर अमित शाह की मौजूदगी में असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों हिमंत बिस्वा सरमा व कोनराड संगमा ने हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता दोनों राज्यों के बीच 884.9 किलोमीटर की सीमा पर 12 में से छह स्थानों पर लंबे समय से चल रहे विवाद का समाधान करेगा।
दोनों राज्यों ने पिछले साल अगस्त में जटिल सीमा मुद्दे पर तीन-तीन समितियां बनाई थीं। इनका गठन सरमा और संगमा के बीच दो दौर की बातचीत के बाद किया था। इसमें विवाद को सुलझाने का संकल्प व्यक्त किया था। समितियों की सिफारिशों के अनुसार पहले चरण में 36.79 वर्ग किमी विवादित क्षेत्र में से असम को 18.51 वर्ग किमी और मेघालय को 18.28 वर्ग किमी का पूर्ण नियंत्रण मिलेगा।
पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक दिनः शाह
असम और मेघालय के बीच विवाद के 12 बिंदुओं में से अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण मतभेद वाले छह क्षेत्रों को पहले चरण में लिया गया। असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद 50 साल से अटका हुआ है। मेघालय को 1972 में असम से अलग कर नया राज्य बनाया गया था, लेकिन नए राज्य ने असम पुनर्गठन अधिनियम, 1971 को चुनौती दी थी, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में 12 स्थानों पर विवाद हुआ था।
गृह मंत्री अमित शाह ने इसे पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया। उन्होंने कहा कि समझौते पर हस्ताक्षर होने से दोनों राज्यों के बीच 70 फीसदी सीमा विवाद सुलझ गया है। छह स्थानों में 36 गांव हैं, जिसके दायरे में 36.79 वर्ग किमी का क्षेत्र आता है, जिसके संबंध में समझौता हो गया है।
मोदी-शाह ने दिखाई राहः कोनराड
मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने कहा कि हाल के दिनों में पीएम मोदी और अमित शाह की तरफ से दबाव था कि दोनों सूबे पूर्वोत्तर की बेहतरी के लिए मतभेद दूर करें। हालांकि उनका ये भी कहना है कि समझौते के लिए लंबे समय से प्रक्रिया चल रही थी। सभी ने इसमें अपना रोल प्ले किया है।
अगले 6-7 महीनों में बाकी मुद्दे भी सुलझेंगेः सरमा
असम के सीएम हिमंता सरमा ने कहा कि पीएम और एचएम ने इस विवाद को सुलझाने के लिए अहम प्रयास किए। उनका कहना है कि 12 में से 6 बिंदुओं का निपटारा हो गया है। बाकी के 6 प्वाइंट्स को अगले 6-7 महीने में सुलझाया जाएगा।