एक टीवी डिबेट के दौरान मुस्लिम पैनलिस्ट ने आरएसएस और बजरंग दल पर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया कि ‘RSS के कार्यालय में और बजरंग दल के ऑफिस में बच्चों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है।’ पैनलिस्ट के इस दावे पर डिबेट में मौजूद अन्य पैनलिस्ट और भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आपत्ति जतायी।
दरअसल असम की सरकार ने ऐलान किया है कि अगले महीने से उनके राज्य में सरकारी खर्चे पर चलने वाले मदरसे बंद किए जाएंगे। इस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने सवाल उठाते हुए कुंभ मेले के सरकारी खर्च से आयोजन पर सवाल उठा दिए हैं। न्यूज 18 टीवी चैनल पर इसी मुद्दे पर बहस हो रही थी। इसी दौरान डिबेट में बतौर पैनलिस्ट मौजूद शोएब जमई ने दावा किया कि आरएसएस और बजरंग दल के ऑफिस में बच्चों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है।
इस पर एंकर ने शोएब जमई के दावे पर कड़ी आपत्ति जतायी और पूछा कि क्या आपने ऐसा देखा है। एंकर ने ये भी कहा कि अगर बजरंग दल और आरएसएस हथियारों की ट्रेनिंग देता तो उन्हें जेल में डाल दिया जाता है।
#आर_पार
शोएब जामई ने कहा ‘बजरंग दल के ऑफिस में, RSS के कार्यालय में, हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है’ -देखें देश की सबसे बड़ी बहस आर पार@AMISHDEVGAN pic.twitter.com/2dryv4Fhmp— News18 India (@News18India) October 15, 2020
वहीं डिबेट में बतौर पैनलिस्ट मौजूद भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘शोएब जमई आप सुशील शिंदे का 2013 में दिया गया बयान भूल गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि आरएसएस की शाखाओं में हथियार चलते हैं लेकिन जब संसद में उनसे जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा था कि नहीं इसका कोई सबूत नहीं है वो तो हम ऐसे ही बोल दिए थे!’
डिबेट के दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कुंभ में सरकार व्यवस्था बनाने और सुरक्षा के लिए खर्च करती है। बड़ी बड़ी राजनैतिक रैलियों के लिए खर्च करती है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ऐसे तो मुस्लिम त्योहारों के लिए सबसे ज्यादा करदाता के पैसे का इस्तेमाल करके सुरक्षा दी जाती है।