Ashok Gehlot Calls Mani Shankar Aiyar Sirfira: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी के ही नेता मणिशंकर अय्यर के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने अय्यर की पूर्व पीएम राजीव गांधी पर की गई टिप्पणी के बाद कहा कि वह सिरफिरे व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना बयान कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के खिलाफ हैं और इससे पार्टी की इमेज को नुकसान पहुंचता है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘कौन किस कॉलेज में पास या फेल होता है, इसका मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनने से कोई संबंध नहीं है। पाकिस्तान और राजीव गांधी के बारे में उनके बयान हताशा की पराकाष्ठा हैं। इसलिए मैंने कहा ये कोई सिरफिरा आदमी बोल सकता है। अगर इतना ज्यादा फ्रस्ट्रेशन आ चुका है, तो फिर कौन व्यक्ति क्या बोलता है उसको खुद को समझ में नहीं आता है। इसलिए मैंने कहा कोई सिरफिरा आदमी ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बारे में ऐसी बातें बोल सकता है।’
अय्यर से अपनी मुलाकात को पूर्व सीएम ने किया याद
अय्यर से अपनी मुलाकात को याद करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समझ से परे है कि वह किस तरह का बयान दे रहे हैं। मैं उनसे (मणिशंकर अय्यर) 30-35 साल पहले मिला था। जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। उस समय उन्हें राजीव गांधी का करीबी माना जाता था, लेकिन अब वह भारत और पाकिस्तान को बराबर रख रहे हैं और पाकिस्तान की नीति का समर्थन कर रहे हैं।
मणिशंकर अय्यर ने सोनिया, राहुल और प्रियंका पर क्या कहा?
मणिशंकर अय्यर ने राजीव गांधी को लेकर क्या कहा?
भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया था। इसमें मणिशंकर अय्यर को यह कहते हुए सुना जा सकता था कि जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने तो सभी लोगों ने सोचा यहां तक कि मैंने भी सोचा कि एक व्यक्ति जो एयरलाइन का पायलट था और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दो बार फेल हो गया था। वह प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है।
अय्यर ने कहा, ‘मैंने उनके साथ कैंब्रिज में पढ़ाई की थी, जहां वे फेल हो गए थे। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में फेल होना बहुत मुश्किल है और इसके बजाय फर्स्ट क्लास होना आसान है। क्योंकि यूनिवर्सिटी अपनी इमेज को बचाने के लिए यह सुनिश्चित करने की कोशिश करती है कि हर कोई कम से कम पास हो जाए। लेकिन इसके बावजूद राजीव गांधी फेल हो गए। उसके बाद वे लंदन के इंपीरियल कॉलेज गए और वहां भी फेल हो गए। तब मैंने सोचा, ऐसा व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है।’ पढ़ें पूरी खबर…