जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे चारों ओर चुनावों की गहमा-गहमी छाई हुई है। लेकिन अब इस चुनावी लहर में एक दिलचस्प मोड़ आया है।
क्योंकि अब इन चुनावों की सुर्खियों में खुद को कट्टर मुस्लिम भाईयों का रहनुमा बताने वाले असदुद्दीव ओवैसी का नाम चर्चा में गर्माने लगा है। जी हां, हाल ही मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने एलान किया है कि उनकी पार्टी भी आने वाले बिहार चुनाव में हिस्सा लेगी। ओवैसी ने घोषणा की कि एमआईएम सीमांचल में अपने प्रत्याशी को उतारेगी।
आपको बता दें कि बिहार में 16-17 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं। अपने इन्हीं बोटर्स को ध्यान में रखते हुए ओवैसी का चुनाव मैदान में आना महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। वहीं बिहार में माना जाता है कि नीतीश और लालू की पार्टी को मुस्लिम वोटरों का अच्छा समर्थन मिलता रहा है।
ओवैसी ने एक प्रेस कॉफ्रेंस करके खुद की पार्टी के प्रत्याशियों को खड़ा करने का ऐलान किया साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वे अभी यह नहीं बताएंगे कि वे बिहार चुनावों में कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारेंगे।
हालांकि इतना जरूर तय है कि एमआईएम सीमांचल बिहार में अपने प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति का ऐलान वे आने वाले दिनों में करेंगे।
गौरतलब हो कि 16 अगस्त को ओवैसी ने बिहार के किशनगंज में एक रैली की थी जिसमें उनको जबरदस्त समर्थन मिला था। उन्होंने अपने भाषण में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर जमकर हमले भी बोले थए।
उन पर मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। बताते चलें कि इससे पहले ओवैसी ने शिव सेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुंबई में अपने 24 उमीदवार को खड़ा कर दो सीटें जीती थीं।