बिहार के कुछ हिस्सों में 30 मार्च को निकाले गए रामनवमी जुलूस के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर अब सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बयान आया है। एआईएमआईएम सांसद ने इस हिंसा के लिए पूरी तरह बिहार सरकार को जिम्मेदार बताया है। उन्होने कहा “जब भी किसी राज्य में हिंसा होती है तो उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। बिहारशरीफ में मदरसा अजीजिया को आग के हवाले कर दिया गया और मुसलमानों की दुकानों को निशाना बनाया गया इसके पीछे साजिश है”
“नीतीश कुमार को कोई पछतावा नहीं है’
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जानते थे कि नालंदा एक संवेदनशील जिला है, फिर भी वहां यह सब हुआ। उन्हें कोई पछतावा नहीं है, उन्होंने कल इफ्तार में भी शिरकत की, टोपी लगाई, शॉल पहना, अरे कुछ तो उन्हें हमदर्दी दिखनाई चाहिए। सीएम नीतीश और तेजस्वी राज्य के मुसलमानों में डर पैदा करना चाहते हैं। बीजेपी इस दंगे से सत्ता हासिल करना चाहती है और नीतीश कुमार मुसलमानों के दिल में डर पैदा करना चाहते हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार क्यों मुआवजे का ऐलान नहीं कर रही है। जो पुलिसकर्मी इसमें शामिल थे उनके ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। इस दौरान उन्होने मदरसे के जलाए जाने का भी जिक्र करते हुए कहा कि मदरसे को टार्गेट करते हुए जलाया गया है। बरसों से मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार इसे रोक नहीं पाए हैं। मैं नीतीश कुमार और राजद सरकार के व्यवहार की निंदा करता हूं कि वे इस मदरसे को जलाने और मस्जिद पर हमले को रोकने में पूरी तरह विफल रहे हैं।
यह राज्य सरकारों की विफलता है, चाहे वह पश्चिम बंगाल सरकार हो या बिहार सरकार, या फिर कर्नाटक में इदरीस पाशा की मॉब लिंचिंग। सरकार इन मामलों को लेकर क्या कर रही थी?