दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सरकारी आवास भी खाली करेंगे। इसके अलावा वह मुख्यमंत्री के तौर पर मिलने वाली सभी सुविधाएं भी छोड़ देंगे। आप सांसद संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि अभी केजरीवाल कहां रहेंगे यह तय नहीं है लेकिन जल्द ही कोई ठिकाना तय किया जाएगा।

संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री के तौर पर कई सुविधाएं मिलती थीं। इस्तीफा देने के बाद वह सभी सुविधाएं छोड़ देंगे। उन्होंने केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पर पहले भी कई हमले हुए हैं। संजय सिंह ने कहा कि पार्टी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है लेकिन केजरीवाल ने हौसले से जवाब देने का काम किया है।

3 महीने तक का होता है समय

बता दें कि सीएम पद छोड़ने से बाद कोई भी नेता 3 महीने तक मुख्यमंत्री आवास में रह सकता है। यह समय काफी होता है। अरविंद केजरीवाल को जो सरकारी आवास मिला है वह सिविल लाइंस के फ्लैग स्टाफ रोड पर है। कुछ समय पहले इसका रिनोवेशन कराया गया था जिसके बाद बीजेपी ने जमकर निशाना साधा था। इस मामले की जांच एलजी ने एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपी थी।

बता दें कि आतिशी फिलहाल मथुरा रोड स्थित एक बंगले में रहती हैं। अब माना जा रहा है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के चलते वह सीएम आवास में शिफ्ट हो सकती हैं। हालांकि दिल्ली में उिलहाल कोई सीएम हाउस नहीं है। इससे पहले 1993 में इसी आवास को मुख्यमंत्री आवास बनाया गया। बाद में 3 मोती लाल नेहरू मार्ग के बंगले को सरकारी आवास बनाया गया। दिसंबर 2013 में जब अरविंद केजरीवाल पहली बार मुख्यमंत्री बने वे गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे। बाद में वह मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहने लगे। इसके बाद फरवरी 2015 में दिल्ली में वह उतरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके रहने लगे।