दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मुझे लगता है कि नीतीश कुमार को वहां नहीं जाना चाहिए था। उन्होंने सही काम नहीं किया। यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि इससे बिहार में एनडीए को नुकसान होगा और इंडिया गठबंधन को फायदा होगा।”

NDA को होगा बड़ा नुकसान- अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरी जितनी समझ है और लोगों के जो रिएक्शन आ रहे हैं, उससे NDA को फायदा नहीं बल्कि बड़ा नुकसान होने जा रहा है। केजरीवाल ने कहा कि कल चंडीगढ़ मेयर के चुनाव परिणाम आयेंगे और इंडिया गठबंधन की बड़ी जीत का संदेश भी आएगा।

इससे पहले शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। संजय राउत ने कहा कि नीतीश को इस बात का एहसास नहीं है, उन्होंने किस पार्टी का साथ दिया है। संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “न केवल नीतीश कुमार, बल्कि मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी को भी यह बीमारी हो गई है। ये वही नेता हैं जो कहते थे कि वे नीतीश को नहीं लेंगे।”

सामना के संपादकीय में कहा गया कि भाजपा के समर्थन से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले नीतीश कुमार ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने सभी भारतीय जनता पार्टी विरोधी ताकतों को एक साथ लाने की पहल की और आह्वान किया।

केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी पर कहा, “कल बहुत शुभ दिन था क्योंकि नीतीश कुमार एनडीए में लौट आए। 15 महीने तक बिहार में लोगों का दम घुट रहा था। राज्य में कानून व्यवस्था नहीं थी। आखिरकार नीतीश कुमार अपने पुराने घर (एनडीए) में वापस लौट आए हैं।

आरजेडी ने नीतीश पर साधा निशाना

इस बीच नीतीश कुमार पर आरजेडी सांसद अमरेंद्र धारी सिंह ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “उन्हें अपनी कुर्सी बचानी है। वह मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सीट बरकरार रखते हैं। जब भी उनके व्यक्तिगत एजेंडे के अनुकूल कुछ फिट नहीं बैठता, वह यू-टर्न लेने में विश्वास करते हैं। पूरी दुनिया उन्हें ‘पलटूराम’ कह रही है।”